बाराद्वार. कला कौशल साहित्य संगम के द्वारा मौहाडीह गांव में कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर साहित्य संगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर विजय कन्नौज ‘रंग’ वरिष्ठ साहित्यकार आरंग रायपुर, विशिष्ट अतिथि पीतांबर महंत मौहाडीह, रामसाय श्रीवास ‘राम’ ग्राम किरारी (बाराद्वार)भानु प्रकाश साहू ग्राम कड़ारी अध्यक्षता कुमार कारनिक ‘कुमार’ छाल धरमजयगढ़, कार्यक्रम संयोजक कौशल महंत संस्थापक कला कौशल साहित्य समिति संचालक डिजेन्द्र कुर्रे सचिव कला कौशल साहित्य समिति के अलावा श्रोताओं के रूप में सुनीता कारनिक छाल से एवं ग्राम के विक्रम महंत योगेश महंत शुभदा प्रकाशन शक्ति,गौरी महंत, देवेश,चंचल उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं गणेश जी का पूजा अर्चना किया गया तत्पश्चात समस्त अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। सरस्वती वंदना भानु प्रकाश साहू ने गाया।प्रथम पंक्ति में रामसाय श्रीवास राम ने मुक्तक प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।कुमार कारनिक ने बेटियों को इंगित करते हुए मार्मिक प्रस्तुति दिया। इसी क्रम में कौशल महंत ने किसान के दर्द को बताया।
बचपन की याद पर ताटक छंद पर सुंदर गीत प्रस्तुत किया, जिससे सारे दर्शक झूमकर खूब ताली बजाई। ततपश्चात् डिजेन्द्र कुर्रे ने देश भक्ति पर ओजपूर्ण कविताएं सुनाई। साथ ही, साथ कुछ श्रृंगार की पंक्तियाँ से दर्शकों का खूब मन मोह लिया। अंत में डॉ विजय कनौजे को कला कौशल साहित्य संगम के द्वारा शाल श्रीफल नारियल स्मृति चिन्ह एवं सम्मान राशि देकर कला कौशल साहित्य रत्न से सम्मानित किया गया।