छत्तीसगढ़ : BSF की अनोखी पहल, किया ऐसा ऐतिहासिक काम, लोगों की मिल रही सराहना

देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल BSF में कार्यरत छत्तीसगढ़ के सभी कर्मचारियों ने एक अनोखी पहल की शुरूआत की है. एक समूह के माध्यम से सभी छत्तीसगढ़ के कर्मचारी, जो BSF में देश की सीमाओं तथा नक्सल क्षेत्र में तैनात है. वे जरूरत पड़ने पर रक्त दान व अन्य आर्थिक सहयोग के लिए वचनबद्ध है. हाल ही में बीएसएफ के आरक्षक वाल्मिकी सिन्हा, शहीद हो गए हैं. शहीद होने पर परिवार को आश्वासन देने के लिए सभी कर्मचारयों ने आपसी आर्थिक सहयोग राशि से लगभग एक लाख पचास हजार रूपये की आर्थिक मदद की, जिससे शहीद के परिवार की सहयोग हो सके.



इसे भी पढ़े -  Sheorinarayan Big Problem : शिवरीनारायण में लाखों की 'नाली' बनी मुसीबत, मोहल्ले-घरों में घुसा गटर का गंदा पानी, घर को छोड़ने की बेबसी, वार्ड में फैल सकती है संक्रामक बीमारी, लोग हो रहे बीमार, बदबू से जीना हुआ मुहाल...

 

 

 

 

शहीद आरक्षक वाल्मिकी सिन्हा 162 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल BSF जो कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र छत्तीसगढ़ में ही तैनात थे. उनके शहीद होने पर राजधानी रायपुर के आरंग ब्लाक के ग्राम रीवा में परिजनों को राशि सौंप कर मिशाल पेश किया. अब तक इस प्रकार की आर्थिक सहायता के साथ श्रद्वांजलि अर्पित करने का यह पहला और अनुठा प्रयास था. BSF के जवानों ने समाज को एक प्रेरक संदेश दिया. इसकी लोग सराहना कर रहे हैं.

इसे भी पढ़े -  JanjgirChampa Arrest : जादू-टोने के शक में महिला के घर में घुसकर गाली-गलौज करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया

error: Content is protected !!