Success Story: नौकरी नहीं मिली तो एक लाख रुपये से की कारोबार की शुरुआत, ऐसे बना दी 800 करोड़ रुपये की कंपनी. पढ़िए..

सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करना जरूरी है। जो लोग भी जमकर मेहनत करते हैं, उन्हें सफलता जरूर मिलती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है दिल्ली की रहने वाली पूनम गुप्ता ने। एक समय ऐसा था जब पूनम नौकरी की तलाश कर रहीं थीं। जब नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने बिजनेस शुरू करने की योजना बनाई। वह काफी रिसर्च करने लगीं। इस दौरान उन्हें पेपर रिसाइक्लिंग का ख्याल आया। एक लाख रुपये से शुरू किया गया ये बिजनेस काफी सफल रहा। आज उन्होंने 800 करोड़ रुपये से ज्यादा पूंजी की कंपनी खड़ी कर दी है। आइए आपको बताते हैं पूनम की सफलता के बारे में।



 

 

 

ऐसे की शुरुआत

दिल्ली की रहने वाली पूनम गुप्ता शादी के बाद यूके गई थीं। पति वहीं सेटल थे। यूके जाने के बाद पूनम नौकरी की तलाश कर रही थीं। समस्या यह थी कि पूनम के पास यूके में काम करने का कोई अनुभव नहीं था। इसकी वजह से उन्हें वहां नौकरी नहीं मिल रही थी। स्कॉटलैंड सरकार की एक योजना से पूनम गुप्ता को एक लाख रुपये का फंड मिला था। इसी से पूनम ने अपने बिजनस की शुरुआत की थी।

इसे भी पढ़े -  Dabhara News : शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ मोर्चा खोला गया, बेचने वालों को दी गई चेतावनी, नगर पंचायत अध्यक्ष दीपक कंवलधर साहू और उपाध्यक्ष नीलाम्बर सिंह जगत समेत अन्य लोग रहे मौजूद

 

 

 

दिल्ली से की है पढ़ाई

पूनम गुप्ता मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। अब वह परिवार के साथ स्कॉटलैंड में रहती हैं। पूनम गुप्ता ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से इकनॉमिक में ऑनर्स किया है। इसके बाद एमबीए किया है। उनकी शादी 2002 में पुनीत गुप्ता से हुई थी। इसके बाद पूनम भी पति के पास स्कॉटलैंड चली गई थीं।

इसे भी पढ़े -  Malkharouda News : छपोरा गांव में निःशुल्क जांच शिविर एवं रक्तदान शिविर आयोजित, लोगों ने 35 यूनिट किया रक्तदान, जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष, सरपंच सहित बड़ी संख्या लोग रहे मौजूद

 

 

 

 

कई देशों में भेजे जाते हैं पेपर

 

पूनम गुप्ता के मुताबिक, साल 2003 में उन्होंने अपनी कंपनी की शुरुआत की थी। आज करीब 19 साल हो गए हैं। कई महीनों के रिसर्च के बाद स्क्रैप पेपर के रिसाइकल करने का आइडिया मिला था। पूनम गुप्ता की कंपनी का नाम पीजी पेपर कंपनी लिमिटेड हैं। पहले वह यूरोप और अमेरिका की कंपनियों से स्क्रैप पेपर खरीद रही थी। अब दुनिया के कई देशों से स्क्रैप लेती हैं। साथ ही अच्छे क्वालिटी का पेपर तैयार कर दूसरे देशों में भेजती हैं।

इसे भी पढ़े -  Malkharouda News : सद्भावना भवन में दिव्यांगजनों का शत-प्रतिशत प्रमाणीकरण तथा UDID कार्ड पंजीयन शिविर कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य रमौतीन बंजारे, मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा रहे मौजूद, बड़ी संख्या में दिव्यांगजनों ने शिविर का उठाया लाभ

error: Content is protected !!