Uttarkashi tunnel accident updates: मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने में जल्द ही सफलता मिल सकती है. अधिकारी के अनुसार अब और इतना काम बाकी है. उत्तरकाशी सुरंग हादसे (Uttarkashi tunnel accident updates) में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास चल रहा है. मजदूरों को बाहर निकालने में जल्द ही सफलता मिल सकती है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है. बयान के मुताबिक, सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने का अभियान अब अपने आखिरी चरण में है. बहुत ही जल्द मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है. मौके पर NDRF की टीम तैनात कर दी गई है. सुरंग के पास एक एंबुलेंस भी खड़ी की गई है. मजदूरों को बाहर निकालने के बाद उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी. इसके लिए चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में डॉक्टर्स की एक टीम तैयार की गई है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि बचाव दल, 23 नवंबर की सुबह तक मजदूरों तक पहुंच जाएगा. अधिकारी ने कहा है कि 44 मीटर का पाइप सुरंग के अंदर डाला जा चुका है. हरपाल सिंह नाम के एक बचाव अधिकारी ने बताया कि सुबह 8:30 बजे तक मजदूरों तक पहुंचने की संभावना है.
हालांकि, ड्रिलिंग के दौरान मलबे में स्टील की कुछ छड़ें मिली थीं, जिन्हें ड्रिलिंग मशीन काट नहीं पाई. अब इस समस्या से निजात पा ली गई है. रिपोर्ट के अनुसार, सलाखों को काटने के स्पेशल कटर के साथ गैस कटर का इस्तेमाल किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, 6 से 8 मीटर का दायरा और बाकी है. ड्रिलिंग मशीन को ठंडा होने का समय दिया गया है. दिल्ली से कुछ तकनीकी विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है.
इससे पहले, 22 नवंबर को मुख्यमंत्री धामी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा,
“सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के स्थलीय निरीक्षण हेतु उत्तरकाशी पहुँच रहा हूं.”
इससे पहले, 12 नवंबर को उत्तराखंड की निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग ढह गई थी. टनल में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के मजदूर फंसे हुए हैं. अब रिपोर्ट है कि इन मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने में जल्द ही सफलता मिल सकती है.