Russia Ukraine War: रूस की जिस मिसाइल को दुनिया कभी रोक नहीं पाई, उसे यूक्रेन ने अमेरिकी मिसाइल से मार गिराया!

रुस की Kh-47 Kinzhal हाइपरसोनिक मिसाइल. स्पीड 6100 से 12 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा. रूस का दावा था कि इस मिसाइल का कोई तोड़ नहीं है. कम से कम NATO देशों के पास तो एकदम नहीं. लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि Ukraine ने अपने पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम से किंझल को मार गिराया.



 

 

 

 

यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल सिस्टम अमेरिका से मिला है. यूक्रेनी वायुसेना के इस दावे से रूस के किंझल मिसाइल की इमेज खराब हो रही है. अब उस मिसाइल को मार गिराने का दावा हो रहा है, जिसकी स्पीड की वजह से उसे कोई गिरा नहीं सकता था. यह जानकारी यूक्रेनी एयरफोर्स के प्रवक्ता यूरी इनहत ने दी.यूरी इनहत ने बताया कि हमने एक रूसी हाइपरसोनिक किंझल मिसाइल को मार गिराया है. पैट्रियट मिसाइल ने बेहतरनी इंटरसेप्शन किया है. कीव के लोगों ने सोमवार की रात कई विस्फोट की आवाजें सुनी. उस समय कीव के चारों तरफ लगे एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव थे. जो रूसी मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर रहे थे.

 

 

 

जैसे ही रूस की तरफ से MiG-31K फाइटर जेट उड़ा, यूक्रेन को इसकी खबर लग गई. इसी फाइटर जेट में किंझल मिसाइल तैनात रहती है. जैसे ही फाइटर जेट कीव से पहले किंझल मिसाइल दागता है, इधर से पैट्रियट मिसाइल छूट जाती है. उसने रूस की किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल को हवा में बेकार कर दिया.

 

 

 

जानिए किंझल मिसाइल की ताकत
रूस ने दावा किया था कि NATO के पास ऐसी कोई मिसाइल या हथियार नहीं है, जो किंझल को रोक सके. किंझल दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा दे सकती है. आसानी से दिशा और गति बदल सकती है. इसे ट्रैक करना मुश्किल होता है. बहुत ही ज्यादा सटीक, मारक और घातक होती है. यह एयर लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल (ALBM) की श्रेणी में आती है. इसे डैगर (Dagger) भी बुलाते हैं. यानी खंजर.
आमतौर पर इसे जमीन और पानी में चल फिर रहे या छिपे हुए टारगेट पर दागा जाता है. यह आवाज की गति से अधिकतम 10 गुना ज्यादा स्पीड में चल सकती है. यानी 6100 से 12,348 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार. इसकी अधिकतम रेंज दो हजार किलोमीटर है. किंझल में 480 kg वजन का परमाणु या पारंपरिक हथियार लगा सकते हैं.

 

 

 

Patriot मिसाइल सिस्टम भी कम नहीं
पैट्रियट मिसाइल अमेरिका ने बनाई है. यह सतह से हवा (Surface to Air – SAM) में मार करती है. 42 सालों से इस्तेमाल हो रही है. इसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने में किया जाता है. अब तक 10 हजार से ज्यादा मिसाइलें बनाई गई हैं. 1106 लॉन्चर तो अमेरिका में ही तैनात है.
पैट्रियट मिसाइलें 312 से 914 kg वजनी होती हैं. लंबाई 15.10 से लेकर 17.1 फीट होती है. हर वैरिएंट पर छोटे पंख लगे होते हैं. जिनका विंगस्पैन 1.8 से लेकर 3 फीट तक होता है. इन मिसाइलों पर कंपोजिशन ब्लास्ट, हाई एक्सप्लोसिव, ब्लास्ट, फ्रैगमेंटेशन वारहेड लगाए जाते हैं.वारहेड का वजन 73 से 90 kg तक हो सकता है. इतने वजन का हथियार किसी भी बड़ी मिसाइल को हवा में ही उड़ाने की क्षमता रखता है. इसकी रेंज 30 से 160 km है. अधिकतम 80 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकती है. अलग-अलग वैरिएंट की गति 3430 से 5022 किलोमीटर प्रतिघंटा है.

 

 

 

इन देशों के पास हाइपरसोनिक मिसाइलें
हाइपरसोनिक मिसाइलें अमेरिका, रूस और चीन के पास हैं. भारत ऐसी मिसाइल बना रहा है. रूस के पास ICBM एवनगार्ड (Avangard) है. यह मिसाइल ध्वनि की गति से 20 गुना ज्यादा रफ्तार. यानी 24,696 km/hr की स्पीड से उड़ती है.

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