नई दिल्ली. आज के समय में भले ही हीरोज पर्दे पर विलेन की भूमिका अदा करते हों, लेकिन एक समय ऐसा था, जब सिनेमा जगत में कुछ एक्टर्स की पहचान विलेन के तौर पर ही होती थी। अमरीश पूरी से लेकर गुलशन ग्रोवर और अमजद खान तक कई ऐसे बहु-प्रतिभाशाली कलाकार हैं, जो पर्दे पर जब भी विलेन बनकर आए, तो उनके अभिनय को देख दर्शक बस देखते ही रह गए।
कई एक्टर्स ने तो विलेन के रूप में अपने किरदार में ऐसी जान भर दी, जिन्हें फैंस जब असल जिन्दगी में भी देखते थे, तो उनकी रूह कांप उठती थी।
बॉलीवुड में कई फिल्में तो ऐसी हैं, जो एक्टर्स के दम पर नहीं, बल्कि विलेन के दम पर ब्लॉकबस्टर हुई हैं। चलिए देखते हैं, कौन-कौन सी हैं वो फिल्में, जिन्हें लोग हीरो के नाम पर नहीं, बल्कि विलेन के नाम पर याद रखते हैं।
शोले (1975 )
1975 में रिलीज हुई रमेश सिप्पी की फिल्म शोले को लोग बहुत कारणों की वजह से याद करते हैं। इस फिल्म में बसंती से लेकर वीरू और ठाकुर तक हर किरदार आज भी लोगों को याद है। हालांकि, आज भी जब शोले की बात होती है, तो लोगों की जुबान पर सबसे पहले ‘गब्बर’ का नाम और उसके डायलॉग आते हैं।
आपको बता दें कि शोले में अमजद खान ने गब्बर का किरदार निभाया था। शोले के गब्बर का नाम आज आइकोनिक बन चुका है, जिस पर सालों बाद भी मीम्स बनते हैं।
मिस्टर इंडिया (1987)
मिस्टर इंडिया में अनिल कपूर और श्रीदेवी ने मुख्य भूमिका निभाई थी, लेकिन इस मूवी में अगर किसी किरदार को फैंस सबसे ज्यादा याद करते हैं, तो वह है मोगम्बो। शेखर कपूर के निर्देशन में बनी मिस्टर इंडिया में इस इविल किरदार को अमरीश पुरी ने निभाया था।
आज भी जब ‘मिस्टर इंडिया’ की बात होती है, तो लोगों के जेहन में सबसे पहले मोगेम्बो का नाम आता है। इतना ही नहीं, मिस्टर इंडिया मोगम्बो के किरदार की वजह से बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म बनी।
डर (1993)
शाह रुख खान को आज के दौर में बॉलीवुड में भले ही रोमांस का किंग कहा जाता है, लेकिन एक समय था, जब वह पर्दे पर विलेन बनकर फैंस को काफी डरा चुके हैं। साल 1993 में रिलीज हुई फिल्म डर में सनी देओल और जूही चावला ने मुख्य भूमिका निभाई थी, लेकिन जब ‘डर’ हिट हुई तो दर्शकों की जुबान पर फिल्म के मेन हीरो से ज्यादा फिल्म के विलेन का नाम था।
सरफरोश (1999)
साल 1999 में रिलीज हुई फिल्म ‘सरफरोश’ में नसीरुद्दीन शाह ने गुलफम हसन का किरदार अदा किया था। मूवी में आमिर खान और सोनाली बेंद्रे मुख्य भूमिका में थे, लेकिन जिस तरह से हिंदी फिल्मों के अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस किरदार को अदा किया था, उसमें वैरायटी देखकर फैंस भी हक्के-बक्के रह गए थे। नसीरुद्दीन शाह ने फिल्म में गजल सिंगर और एक बहुत ही बड़े आतंकवादी का किरदार निभाया था।
ओमकारा ( 2006)
विशाल भारद्वाज बॉलीवुड के वह निर्देशक हैं, जो अधिकतर रियलिस्टिक थ्रिलर फिल्में अपनी ऑडियंस के सामने परोसते हैं। उनकी साल 2006 में रिलीज हुई फिल्म ‘ओमकारा’ में अजय देवगन से लेकर करीना कपूर और विवेक ओबेराय जैसे बड़े-बड़े एक्टर्स थे।
हालांकि, इन सबके बीच भी लंगड़ा त्यागी यानी कि सैफ अली खान ने अपने किरदार को कुछ इस कदर यादगार बनाया कि जब भी ‘ओमकारा’ की चर्चा हुई, तो लोगों को सबसे पहले सैफ अली खान का नाम याद आया।
अंधाधुन (2018)
श्रीराम राघवन की फिल्म ‘अंधाधुन’ साल 2018 की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में आयुष्मान खुराना- राधिका आप्टे और तब्बू ने मुख्य भूमिका अदा की थी।
मूवी में आयुष्मान ने तो अपने काम के लिए वाहवाही बटोरी ही, लेकिन जिस तरह से तब्बू ने स्क्रीन पर नेगेटिव रोल निभाया, उसे बस दर्शक देखते ही रह गए। इस फिल्म को सुपरहिट करवाने में तब्बू का बहुत बड़ा रोल था।