भारत का ज्यादातर मिडिल क्लास इंसान अमीर बनने का सपना देखता है. लेकिन, वित्तीय मामलों से जुड़े गलत फैसलों की वजह से अच्छी बचत नहीं कर पाता और न ही कहीं निवेश कर पाता है, जिससे अमीर बनने का सपना ख्वाब ही रह जाता है. साथ ही ये प्रवृत्ति और गरीब बनने की ओर उसे ढकेल देती है. ऐसे में हम यहां आपको उन 5 गलत वित्तीय फैसलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे लोगों को बचना चाहिए.
अनियंत्रित खर्च: अक्सर मिडिल क्लास लोग सैलरी आते ही पार्टी करने चले जाते हैं या महंगे कपड़े-जूते खरीदने लग जाते हैं. कई बार इसकी जरूरत भी नहीं होती. इतना ही नहीं जरूरत से महंगा मोबाइल या टीवी खरीद लेने जैसे खर्च भी मिडिल क्लास इंसान को बचत करने से रोकते हैं. ऐसे में इनसे बचना चाहिए.
क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल: एक तरफ क्रेडिट कार्ड काफी अच्छी चीज है जो इमरजेंसी में आपके काम आती है. लेकिन, खासतौर पर मिडिल क्लास लोग इसका इस्तेमाल बेवजह ही अपने शौक पूरे करने के लिए करने लगते हैं. फिर खर्च बढ़ जाता है और वे समय से भुगतान नहीं कर पाते हैं और अंत में कर्ज में दब जाते हैं. ऐसे में इससे भी बचना चाहिए.
फैंसी कार का शौक: कार एक ऐसी चीज जिसकी कीमत घटती जाती है. ऐसे में बिना जरूरत और बिना अच्छा निवेश किए बगैर ही फैंसी कार खरीद लेना. एक गलत फैसला होता है जो अक्सर मिडिल क्लास फैमिली के लोग कर बैठते हैं. अगर कार खरीदनी भी हो तो सेकेंड हैंड कार की तरफ जाना एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है.
मेंबरशिप और सब्सक्रिप्शन: आजकल मिडिल क्लास लोगों के पास कई तरह के रिटेल स्टोर्स या ऑनलाइन ऐप्स के सब्सक्रिप्शन होते हैं. इनमें भी लोगों का काफी पैसा जाता है. जबकि, इन मेंबरशिप के कई और ऑप्शन भी हो सकते थे. ऐसे में ये भी पैसे की बर्बादी करते हैं. इनसे बचना चाहिए.
निवेश न करना: मिडिल क्लास लोग पैसे आते ही अपने शौक पूरे करने में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि जरा सा भी निवेश करने के बारे में सोचना भूल जाते हैं. निवेश न होने से लोगों का पैसा न बड़ा होता है न कहीं सेफ रहता है. ऐसे में किसी आपत स्थिति में लोगों को कर्ज लेने तक की नौबत आ जाती है और ये स्थिति और भी खराब हो जाती है. जबकि, कम उम्र से ही छोटे-छोटे निवेश से भी करोड़पति बना जा सकता है.