आज के समय में बहुत से युवा पढ़ाई और कैरियर की वजह से शादी नहीं कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक देर से शादी करने की वजह से युवाओं में बांझपन की समस्या उत्पन हो रही हैं।
इसका असर कई देशों पर दिखाई दे रहा हैं।
खबर के अनुसार एक आयोजित कार्यशाला में आये विशेषज्ञ डा.सतीश कुमार अडिगा ने जानकारी देते हुए कहा है की भारतीय परिवेश में अगर शादी 25 से 30 वर्ष के बीच कर दी जाए तो प्रजनन के दृष्टि से बेहतर माना जाता हैं।
वहीं, 35 वर्ष के बाद युवक-युवतियों की शादी बांझपन की समस्या पैदा कर रही है। 35 के बाद लड़कियों के एग की गुणवत्ता कमजोर हो जाती हैं। वहीं, लड़के के शुक्राणु भी हेल्दी नहीं रहते हैं। ऐसे में गर्भधान करना युवा-युवतियों के लिए कठिन हो जाता हैं।
डॉक्टरों का कहना है की बांझपन की समस्या को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। अगर युवक-युवतियों में बांझपन के प्रति जागरूकता आ गई तो उससे बचाव का रास्ता निकाला जा सकता हैं। इस बड़ी समस्या से बचा जा सकता हैं।