जांजगीर-चाम्पा. जिले के सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी भारत का पहला किसान स्कूल बहेराडीह पहुंचे, जहां किसानों ने सहायक कलेक्टर को खुमरी पहनाकर स्वागत किया, वहीं संग्रहालय में विलुप्त चीजों का संरक्षण और देशी बीजों का संरक्षण को देख किसानों के इस तरह की पहल की खूब सराहना की. उन्होंने छत्तीसगढ़ की छत्तीस भाजियों का संरक्षण और साग भाजी, फल फूल के रेशे से हर्बल राखी और कपड़ा बनाने वाले बिहान के महिलाओं से आजीविका गतिविधियों को लेकर चर्चा की. बिहान की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे आचार, बड़ी, पापड़ बनाने वाली मशीन, केले के तने से रेशा निकालने वाले रेशपेडर मशीन, डेयरी फार्म, गोमूत्र ईकाई, बायोगैस सयंत्र, वर्मी टांका, नाडेप इकाई, अक्षय चक्र कृषि बाड़ी आदि का अवलोकन किया.
सेल्फी जोन में सहायक कलेक्टर ने किसानों के साथ लिया फोटो
वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक के आग्रह पर सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी ने किसान स्कूल परिसर में बनाए गए सेल्फी जोन धरोहर में खुमरी पहनकर किसानों के साथ फोटो लिया. इस अवसर पर बलौदा जनपद पंचायत के सीईओ आकाश सिंह समेत जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव, एडीईओ अरुण कुमार यादव, करारोपण अधिकारी लखेश्वरी प्रसाद यादव, राघवेंद्र नामदेव,उपसरपंच चन्दा सरवन कश्यप,सक्रिय महिला ललिता यादव, आरबीके साधना यादव, लखपति दीदी पुष्पा यादव, सपना कश्यप, राजाराम यादव, पिंटू कश्यप,उर्मिला यादव, साधना यादव प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
अंगाकर रोटी का लिया स्वाद
वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल परिसर में भ्रमण के पश्चात किसानों के साथ बैठकर सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी ने अंगाकर रोटी का स्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने किसानों से अंगाकर रोटी के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि मैं तो अंगाकर रोटी का स्वाद पहली बार लिया. किसानों ने बताया कि हमारे किसान स्कूल में यह परंपरा बनाई गई है कि कोई भी आगंतुकों का आगमन किसान स्कूल में होता है तो उनका स्वागत सिर पर खुमरी, माथे पर तिलक लगाकर और खुद से बनाई गई गुलदस्ते भेंट करके किया जाता है और साथ में नास्ते के रूप में अंगाकर रोटी चटनी के साथ खिलाई जाने की परंपरा बनाई गई है. किसानों ने यह भी बताया कि यहां पर किसानों के साथ भ्रमण करने पहुंचे विदेशी मेहमानों ने भी अंगाकर रोटी का स्वाद लिया है.