NASA के नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट ऑब्जर्वेशन प्रोग्राम के वैज्ञानिक इस एस्ट्रॉयड पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। कैलिफोर्निया के पासाडेना स्थित जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) में इसे ट्रैक करने के लिए रडार और ऑप्टिकल दूरबीनों का उपयोग किया जा रहा है। वैज्ञानिक इसकी गति और दिशा का लगातार अध्ययन कर रहे हैं ताकि समय रहते किसी आपदा से बचने के उपाय किए जा सकें।
धरती के करीब से गुजरने पर हो सकती है कंपन
हालांकि, अगर यह एस्ट्रॉयड धरती के पास से गुजरता भी है, तो इसकी तरंगों से धरती पर हल्का कंपन हो सकता है। NASA लगातार इसकी स्पीड और दिशा पर नज़र बनाए हुए है और अगर कोई खतरा महसूस हुआ तो समय रहते अलार्म बजाया जाएगा।
2029 में अपोफिस एस्ट्रॉयड का खतरा
वैज्ञानिकों ने बताया कि 13 अप्रैल 2029 को अपोफिस नामक एक अन्य एस्ट्रॉयड के धरती से टकराने की संभावना जताई गई है। अंतरिक्ष में ऐसे कई एस्ट्रॉयड मौजूद हैं जो धरती के लिए खतरा बन सकते हैं, इसलिए NASA और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) सहित कई अन्य एजेंसियां इस पर रिसर्च कर रही हैं। NASA अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया पर लगातार अपडेट्स जारी करेगा।