भारत में सबसे ज्यादा पढ़े लिखा व्यक्ति कौन है ? टोटल डिग्री गिनने बैठोगे तो आ जाएगा चक्कर

आज की पीढ़ी जहां पढ़ाई के प्रति कम रुचि दिखा रही है वहीं श्रीकांत जिचकर की जीवनी हमें बताती है कि कैसे एक व्यक्ति ने शिक्षा को अपने जीवन का मुख्य आधार बनाया.



 

 

श्रीकांत जिचकर को भारत के सबसे पढ़े लिखे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है. उनके पास 20 से अधिक हाई शिक्षाओं की डिग्रियां थीं जिसमें MBBS, MBA और LLB शामिल हैं.

 

 

 

किताबों से गहरा प्रेम
जिचकर की पढ़ाई के प्रति आसक्ति इतनी थी कि उनके पास लगभग 52000 किताबों की व्यक्तिगत पुस्तकालय थी. उन्होंने अपने ज्ञान और शिक्षा को अपने जीवन का मूल आधार बनाया और इसे ही अपनी सफलता का पथ चुना.

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लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम
उनकी उपलब्धियाँ इतनी प्रशंसनीय थीं कि उन्हें लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भारत के सबसे योग्य व्यक्ति के रूप में दर्ज किया गया था. यह दर्जा उनकी अनोखी शिक्षाओं और ज्ञान की गहराई को मान्यता देता है.

 

 

सिविल सेवाओं में योगदान
श्रीकांत ने साल 1978 में पहली बार UPSC परीक्षा दी और भारतीय पुलिस सेवा के लिए चुने गए. हालांकि उन्होंने इसे निरंतरता न देते हुए फिर से परीक्षा दी और भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चुने गए. चार महीने बाद ही उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दिया और राजनीति की दुनिया में कदम रखा.

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राजनीति में प्रवेश और असर

राजनीति में उनका योगदान उनकी शिक्षा और सामाजिक सेवा के प्रति समर्पण को दर्शाता है. उन्होंने अपने ज्ञान का उपयोग समाज की बेहतरी के लिए किया और कई सामाजिक परियोजनाओं में अग्रणी भूमिका निभाई.

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