12 दिसंबर को घर से निकली महिला का बोरा में शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मामला गुमला थाना क्षेत्र के मुरकुंडा के फुटकल टोली का है। यहां रहने वाले सीताराम महतो की 45 वर्षीय पत्नी चंद्रावती देवी का शव रविवार को बगान के समीप मिला।
जंगल में मिली टूटी चूड़ियां
चंद्रावती देवी 12 दिसंबर को लकड़ी चुनने जंगल गई थी। इसके बाद से लापता थी। खोजबीन करने पर जंगल में महिला की टूटी हुई चूड़ी मिली थी। वहीं पर रस्सी से बंधी हुई लकड़ी भी मिली थी। इसके बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि महिला के साथ कुछ अनहोनी हुई है।
परिजनों ने की थाने में शिकायत
परिजनों ने इसकी शिकायत थाने में भी की थी। मृतका के पुत्र सुनील महतो ने गुमला थाना में लिखित आवेदन देकर मां के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
सुनील महतो ने बताया कि फुलवार टोली गांव में 18 घर हैं। गांव के ही कुछ परिवार के लोग अक्सर उसकी मां को डायन कहते थे। कई बार तो मारने के लिए हमला करने घर में भी घुस चुके हैं। अंधविश्वास में उसकी मां की हत्या कर दी गई है।
घर में घुसकर हत्या की कोशिश
सुनील ने यह भी बताया कि कुछ माह पहले मां की हत्या के इरादे से गांव के कुछ लोग घर में घुसे थे, उस समय मां बच गई थी।
घटना के बाद ही गुमला थाने में लिखित आवेदन सौंपकर करवाई की मांग की गई थी।
मामले में समझौता भी हुआ बावजूद इसके गांव के लोगों ने अंधविश्वास की वजह से मां की हत्या कर दी।
भगत ने महिला को बताया मौत के लिए जिम्मेदार
ग्रामीणों के अनुसार एक माह पूर्व गांव के मारवाड़ी महतो नामक व्यक्ति की ट्रैक्टर से गिरने से मौत हो गई थी। इसके बाद उसके परिजन भगत के पास गए थे, जहां भगत ने बताया था कि गांव की एक महिला के कारण दुर्घटना हुई। उसी की वजह से युवक की मौत हो गई है।
संभवत: इस घटना के बाद से ही महिला की हत्या की योजना बनाई जा रही थी। लकड़ी लेने जाने के दौरान महिला को अकेला पाकर आरोपितों ने उनकी हत्या कर दी।
3 लोगों पर हत्या का शक
मृतक के पति सीताराम महतो ने गांव के राजेंद्र महतो, मोहर महतो और गुड्डु महतो उर्फ रमेश महतो के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। घटना के बाद आरोपित फरार है। पुलिस लगातार छापामारी कर रही है।
वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।