जांजगीर-चाम्पा. महाशिवरात्रि पर्व पर छग की काशी खरौद के लक्ष्मणेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ी है. 8वीं शताब्दी में बने लक्ष्मणेश्वर मंदिर में लक्षलिंग है, जहां सवा लाख छिद्र है और अपनी मनोकामना पूर्ण करने श्रद्धालु, लाख चावल चढ़ाते हैं. मान्यता है कि भगवान लक्ष्मण ने भगवान शिव की पूजा कर खरौद में मन्दिर की स्थापना की थी, इसलिए यह लक्ष्मणेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है.
महाशिवरात्रि पर्व पर धार्मिक नगरी खरौद के लक्ष्मणेश्वर मंदिर में भक्तों की असीम आस्था है और संतान प्राप्ति के साथ ही क्षय रोग भी दूर होने की मान्यता है. छग का यह पहला मंदिर है, जहां महाशिवरात्रि में अपार भीड़ जुटती है और सुबह से देर रात तक दर्शन का सिलसिला चलता है.
श्रद्धालुओं का कहना है कि भगवान लक्ष्मणेश्वर के दर्शन से सभी मनोकामना पूरी होती है. खासकर, महाशिवरात्रि में दर्शन की बड़ी महत्ता है. मंदिर के पुजारी पं. सुधीर मिश्रा ने बताया कि खरौद को छग की काशी के नाम से जाना जाता है. इसी से भगवान की महिमा को समझा जा सकता है. उधर, मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है, वहीं चेन स्नेचिंग या पॉकिटमारी को लेकर पुलिस ने अलर्ट रहने की बात कही.