जांजगीर-चाम्पा. छत्तीसगढ़ के बैकुंठपुर कोरिया में स्थित जेल में बंदियों को वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह की टीम के रामाधार देवांगन सेंट्रल बैंक ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान के तत्वावधान में दस दिवसीय मुर्गी पालन का प्रशिक्षण देंगे। इस संबंध में छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के मास्टर ट्रेनर व असेसर रामाधार देवांगन ने बताया कि उन्हें पहली बार प्रदेश के बैकुंठपुर कोरिया स्थित जेल में बंद कैदियों को स्व रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से मुर्गी पालन का प्रशिक्षण प्रदान करने का सेंट्रल बैंक बैकुंठपुर कोरिया ने अवसर प्रदान किया है।
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ राज्य के राजधानी मुख्यालय रायपुर समेत जांजगीर चाम्पा, कोरबा,कांकेर, रायगढ़, जशपुर, कवर्धा,के अलावा राज्य के बाहर पंजाब राज्य के फतेहगंज साहेब में 18 से 45 साल आयु के बेरोजगार युवाओं, युवतियों और बिहान की महिलाओं को मुर्गी पालन, बकरी पालन और कोसा रेशम उद्यमी आदि विषयों पर प्रशिक्षण दे चुके हैं। वहीं प्रदेश के जगदलपुर, जशपुर, सरगुजा, कोरिया बैकुंठपुर, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, रायपुर, महासमुंद, कवर्धा, कांकेर,धमतरी, दुर्ग, राजनांदगांव आदि जिलों में स्थापित आरसेटी में छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के नियंत्रक अरुण कुमार सोनी के मार्गदर्शन में असेसर के रूप में ईडीपी असेसर के सहयोग से असेसमेंट कर चुके थे।
उन्होंने आगे बताया कि अपैल माह में गुजरात, महाराष्ट्र, उड़ीसा, झारखंड, पंजाब, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, असम और उत्तर प्रदेश के आरसेटी में ट्रेनिंग के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है। उल्लेखनीय है कि सप्ताहभर पहले ही बहेराडीह में स्थित भारत का पहला किसान स्कूल में केंद्रीय रेशम बोर्ड, तसर अनुसंधान केंद्र, वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार, रांची के तत्वावधान में 45 दिवसीय कोसा, तसर कपड़ा बुनाई का प्रशिक्षण महिलाओं को मास्टर ट्रेनर रामाधार देवांगन द्वारा दिया गया है।