जांजगीर-चाम्पा. जिले के बलौदा क्षेत्र बछौद गांव में कार की टक्कर से घायल बच्ची को उठाकर ले जाने के मामले में बच्ची की मौत के बाद दम्पत्ति पर कार्रवाई हो गई है. बलौदा पुलिस ने अपहरण और एक्सीडेन्ट की धारा में एफआईआर दर्ज किया था. अब बच्ची की मौत के बाद पुलिस ने अजमानतीय धारा के तहत एफआईआर दर्ज किया है और आरोपी कार चालक पति देवेंद्र प्रसाद वर्मा को गिरफ्तार किया है, वहीं पत्नी रानी देवी की तलाश पुलिस कर रही है. आरोपी देवेंद्र, रिटायर्ड SECL कर्मी है. सबसे बड़ी बात यह है कि सम्भवतः ऐसा पहला मामला है, जब एक्सीडेन्ट के बाद वाहन चालक को रुके और घायल को लेकर ही भाग जाए थे. SP विजय पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस कर घटना और पुलिस की कार्रवाई की जानकारी दी.
दरअसल, बिलासपुर जिले के जयरामनगर क्षेत्र के कसौंदी गांव से 7 वर्षीय शिवांगी उर्फ पलक, अपने मामा गांव बछौद आई थी. 12 जून की शाम को वह अपनी सहेली के साथ आम बिनने गई थी, तभी बिलासपुर की ओर से आ रही कार ने बच्ची को टक्कर मार दी थी. हादसे के बाद कार सवार पति-पत्नी रुके और बच्ची को उठाकर ले गए. वहां मौजूद अन्य बच्चों से अस्पताल ले जाने की बात कही, लेकिन कई घण्टे बाद जब बच्ची के बारे में कोई सूचना नहीं आई तो परिजन थाना में सूचना दी. इस तरह बलौदा पुलिस सक्रिय हुई और रात में जांजगीर-चाम्पा, कोरबा और बिलासपुर जिले के अस्पतालों में बच्ची के बारे में पता लगाया गया, लेकिन कुछ पता नहीं चला.
सुबह तक कुछ पता नहीं चला तो एसपी विजय पांडेय ने 4 टीम गठित की और बच्ची की खोजबीन शुरू हुई. एसपी खुद बच्ची के घर पहुंचे और परिजन, अन्य बच्चों से घटना की जानकारी ली. इस दौरान पेट्रोल पम्प के सीसी टीवी में कार की जानकारी आई. फिर पुलिस एक्टिव हुई और कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचे. तब हरदीबाजार में होने की जानकारी आई. तब तक कार और कार मालिक की पहचान हो गई थी. पुलिस की टीम कोरबा की ओर गई, फिर हरदीबाजार मार्ग में कार में बच्ची का शव मिला. इसके बाद कार चला रहे देवेंद्र प्रसाद वर्मा से पूछताछ की तो उसने बताया कि हादसे के बाद बच्ची का इलाज कराने की मंशा से ले गए थे, लेकिन बच्ची की मौत के बाद डर और घबराहट में उसे कुछ नहीं सूझा. इस तरह कार में बच्ची की डेडबॉडी पड़ी रही. बलौदा पुलिस के द्वारा कोरबा जिले के हरदीबाजार पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया और एक आरोपी पति देवेंद्र प्रसाद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं उसकी पत्नी रानी देवी की तलाश की जा रही है.
इस घटना के बारे में जिसने भी सुना, सब हैरान रह गए, क्योंकि ऐसी घटना पहले नहीं हुई है. घटना की शुरुआत में बच्ची को इलाज के लिए ले जाने आशंका थी, लेकिन जिस तरह का मामला उजागर हुआ और बच्ची की जान चली गई, इसने सभी को हैरत में डाल दिया है. घटना के बाद परिजन सदमे में हैं. कार चालक की एक लापरवाही और डर ने बच्ची की जान ले ली. पहली बार ऐसा होने के कारण इस घटना की चर्चा भी है और रिटायर्ड SECL कर्मचारी देवेंद्र प्रसाद वर्मा की करतूत ने एक परिवार को उनसे सब कुछ छीन लिया.