जांजगीर-चांपा. बलौदा विकासखंड के अंगारखार गांव निवासी रमेश लहरे ने पैरा मशरूम की खेती से क्षेत्र में अलग पहचान बना ली है. बरसात का मौसम आते ही मशरूम की कृत्रिम खेती कर स्पान से पैरा मशरूम उत्पादन कर बिक्री की जा रही है. लोगों ने बताया कि रमेश लहरे, पैरा मशरूम की उत्पादन कर रहे हैं, जिसे देखकर अन्य गांव के लोगों ने भी मशरूम के उत्पादन को अपनाना चाहा, लेकिन बाकी लोगों को सफलता नहीं मिलने के कारण उन्होंने यह खेती छोड़ दिया.
रमेश लहरे की मेहनत और बार-बार प्रयास से उन्हें मशरूम उत्पादन का एक अच्छा अनुभव मिल गया है, जिससे वह बरसात के चार महीने में अच्छी खासी कमाई कर लेते हैं. इससे उन्हें क्षेत्र में मशरूम को लेकर एक विशेष पहचान मिल गई है.