खरौद. विश्व के एकमात्र प्राचीन शबरी मंदिर खरौद में प्रत्येक माह के पूर्णिमा को यहां के महिला कीर्तन मंडलियों द्वारा बड़े उत्साह एवं श्रद्धा के साथ भजन कीर्तन किया जाता है. अगहन पूर्णिमा 15 दिसंबर को भी बड़ी संख्या में माताएं मंदिर में एकत्र होकर सु मधुर संगीत के साथ भजन किया इस अवसर पर महामाया अध्यात्म परिषद के अध्यक्ष एवं भजन कीर्तन के संयोजक शिवरात्रि प्रसाद यादव ने पूर्णिमा के महत्व को रेखांकित करते हुए सबको अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसी प्रकार भजन सत्संग करने का आग्रह किया एवं गिरते जल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी मातासे अनुरोध किया कि जल का सदुपयोग करें एवं पानी की बर्बादी को रोकें खुले नल के टोटी को बंद करें समाज सुधार की दिशा में नारी शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है अंत में प्रसाद वितरण कर आज के कार्यक्रम का समापन हुआ.
कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वर्गीय जगदीश यादव की धर्म पत्नी का उल्लेखनीय योगदान रहा इस कार्यक्रम में इन सब का योगदान रहा नर्मदा बाई यादव मानकी कुर्रे रामप्यारी आदित्य भगवती साहू अमेरिका कुर्रे सीताबाई आदित्य जमुना बाई यादव कांतिबाई नोनिया त्रिवेणी आदित्य रामेश्वरी प्रियंका आदित्य लक्ष्मी श्रीमती सोनी बुधवार भाई सुमित्रा आदित्य फागनीबाई कमलाबाई मदालसायादव गौरी यादव नर्मदा त्रिवेणी यादव सविता रामेश्वरी श्रीवास जीवनबाई अहिल्याबाई कांति बाई यादव छठबाईचमेली यादव छोटी बाई देवांगन मझलीबाई भूरी बाई आदित्य ललिता शांति फगनी चंद्रप्रभा यादव शिवरात्रि यादव हेमलाल यादव कांति कुमार यादव मनोहर लाल देवांगन