जांजगीर-चाम्पा. बहेराडीह गांव में स्थित देश का पहला किसान स्कूल, जहां पर बिहान की महिलाओं को कपड़ा बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बिहान की महिलाएं, न सिर्फ आत्मनिर्भर भारत की सपने को साकार करेंगी, बल्कि वे स्वालम्बन की नई ईबारत भी लिखेंगी.
उक्त बातें प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे समाजसेवी डॉ. सुरेश कुमार देवांगन ने ब्यक्त किया। छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के कोसा रेशम कीट उद्यमी प्रशिक्षण कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर व असेसर रामाधार देवांगन ने बताया कि केंद्रीय रेशम बोर्ड, तसर अनुसंधान, वस्त्र मंत्रालय सिवनी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण केंद्र रांची झारखंड के तत्वाधान में वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह में समर्थ योजना के तहत स्थानीय जिले के अलावा पड़ोसी कोरबा जिले के बिहान की 27 महिलाओं को निःशुल्क 45 दिवसीय समर्थ कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं और बेरोजगार युवतियों को कॉटन, तसर और कोसा रेशम से कपड़ा बनाने की तकनीक बताई जा रही है. इसके साथ ही उन्हें शूटिंग, सर्टिंग, साड़ियां बनाना तथा डाभी और जेकार्ड मशीन से साड़ियों में डिजाईन बनाने की जानकारी दी जा रही है.
27 महिलाएं ले रहीं समर्थ कौशल विकास प्रशिक्षण
मास्टर ट्रेनर रामाधार देवांगन ने बताया कि वे अपने असिस्टेंट ट्रेनर पूरन देवांगन के सहयोग से समर्थ कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में बिहान के 27 महिलाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं, जिसमें बहेराडीह गांव से पुष्पा यादव, साधना यादव, रानी यादव, दुर्गेश्वरी यादव, शकुंतला यादव, ललिता यादव, साधना यादव,दीपिका यादव, पुष्पा यादव, दीप्ति झरना कश्यप, कंचन कश्यप,कमलेश्वर कश्यप, चन्द्रकला कश्यप, सुखबाई कश्यप, मंजुलता कश्यप, गंगा बाई गोड़, सिवनी से श्यामा बाई देवांगन, सुलोचनी देवांगन, सविता कश्यप, कोरबा जिले के सुख़रीखुर्द गांव से कविता मरावी, मनीषा मन्नेवार, मालती नेताम, संध्या मन्नेवार, सिधरामपुर से सोनम मन्नेवार, उषा मन्नेवार, ओमती मन्नेवार आदि शामिल हैं. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केंद्रीय रेशम बोर्ड सिवनी चाम्पा के तकनीकी अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा, राजेंद्र कुमार पुरोहित, अशोक यादव के देखरेख में चल रहा है.
मास्टर ट्रेनर श्री देवांगन ने बताया कि हाल ही में केंद्रीय रेशम बोर्ड बैंगलुरू कर्नाटक के तकनीकी संयुक्त सचिव डॉ. नरेश बाबू और केंद्रीय रेशम बोर्ड, तसर अनुसंधान, प्रशिक्षण केंद्र रांची झारखण्ड के निदेशक डॉ. एनबी चौधरी की टीम ने अलग अलग प्रशिक्षण अवधि में निरीक्षण करने पहुंचे थे.