कापन के कन्या छात्रावास में प्रवासी श्रमिकों की क्वारंटीन अवधि में दरवाजे, खिड़कियां सहित दैनिक उपयोग के सामानों को पहुंची क्षति, ग्राम पड़रिया, चंगोरी, कोटमी, तागा, अमलताल और कापन के प्रवासी श्रमिकों को कन्या छात्रावास में क्वारंटीन किया गया था

जांजगीर-चांपा. राज्य शासन द्वारा लाक डाउन के दौरान देश के विभिन्न राज्यों में छत्तीसगढ़ के फंसे प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन की ब्यवस्था की गई। जिला प्रशासन द्वारा उन्हें तथा उनके परिजनों को कोरोना महामारी के संक्रमण से महफूज़ रखने उनके लिए 14 दिनों का पृथक आवास (क्वारंटीन) सहित उनके लिए नाश्ता, पौष्टिक आहार, चिकित्सा और स्वास्थ्य की सतत देखभाल की ब्यवस्था भी अधिकारियों की निगरानी में की गई।
प्रवासी श्रमिकों को जिस भवन में आश्रय मिला उस दौरान भवन की खिड़की, दरवाजे पलंग गद्दे,तकिए चादर आदि क्षति ग्रस्त होना पाया गया.
एसडीएम जांजगीर श्रीमती मेनका प्रधान ने बताया कि अकलतरा विकास खंड के ग्राम पडरिया, चंगोरी, कोटमी, तागा, अमलताल और कापन के प्रवासी श्रमिकों को कन्या छात्रावास कापन में क्वारंटीन में रखे गए थे। इन गांवों के प्रवासी श्रमिकों को स्पेशल श्रमिक ट्रेन से उनका गृह जिला लाया गया और उन्हें कन्या छात्रावास कापन में उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा और भलाई के लिए 14 दिन क्वारंटीन किया गया था।
इस दौरान इन प्रवासियों के कन्या छात्रावास में क्वारंटीन के दौरान उस भवन के दरवाजे, खिड़कियां और दैनिक जरूरतों के सामानों की तोड़फोड़ और क्षति होना पाया गया।
एसडीएम जांजगीर श्रीमती मेनका प्रधान ने बताया कि उक्त गांव के प्रवासी श्रमिकों के क्वारंटीन के दौरान 3 खिड़कियां, दरवाजे, 2 सिलिंग फैन, कुलर,परदे-2 चादर 5, तकिया 3, मच्छरदानी 8 नग, एक लकड़ी की कुर्सी और स्टील के तीन नल क्षतिग्रस्त हुए हैं।
अर्जुनी के क्वारंटीन सेंटर के संबंध में सरपंच ग्राम पंचायत अर्जुनी मीना शोभित कुर्रे ने बताया कि क्वारंटीन श्रमिकों को अच्छा और घर जैसा भोजन मिले इस उद्देश्य से वे स्वयं, क्षेत्र के जनपद पंचायत,सदस्य सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधियों ने मिलकर भोजन बनाने का जिम्मा उठाया।



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