जांजगीर-चाम्पा. नगर पंचायत राहौद के जूनियर डॉक्टर भागवत देवांगन की लाश जबलपुर मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में फांसी पर लटकी मिली. मामले में परिजन ने रैगिंग से परेशान होकर जूनियर डॉक्टर ने फांसी लगाने का आरोप लगाया है और आज अंतिम संस्कार के पहले राहौद में परिजन, स्थानीय लोग, ‘जस्टिस फॉर भागवत देवांगन’ की तख्ती लेकर सड़क पर बैठ गए और न्याय की मांग करते नारेबाजी भी की गई. यहां तहसीलदार के पहुंचने पर परिजन ने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. परिजन ने मामले में उच्च स्तरीय जांच कर सीनियर्स पर कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल, गुरुवार 1 अक्टूबर को जबलपुर मेडिकल कालेज के हॉस्टल में जूनियर डॉक्टर की फांसी पर लटकी लाश मिली थी. अपने गृहनगर राहौद से वह 25 सितम्बर को गया था. इससे पहले 1 माह की छुट्टी पर आया था तो भाई, अन्य परिजन को सीनियर्स द्वारा रैगिंग करने की जानकारी दी थी और शारीरिक, मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की बात कही थी.
जूनियर डॉक्टर का शव राहौद पहुंचा, जिसके बाद परिजन और स्थानीय लोग, ‘जस्टिस फॉर भागवत देवांगन’ की तख्ती लेकर सड़क पर बैठ गए और यहां मृतक जूनियर डॉक्टर के भाई प्रह्लाद देवांगन ने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और मामले में कार्रवाई की मांग की है.
रैगिंग के बाद जूनियर डॉक्टर द्वारा आत्मघाती कदम उठाने के बाद परिजन और स्थानीय लोगों में आक्रोश है और मामले में सीनियर्स पर कार्रवाई की मांग की गई है.
मृतक जूनियर डॉक्टर के भाई प्रह्लाद देवांगन का कहना है कि उनके भाई को सीनियर्स लगातार परेशान कर रहे थे. ड्यूटी से लेकर दूसरे तरीके से गाली-गलौज की जाती थी. यहां तक मेडिकल छात्रों के ग्रुप में भी मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जाती थी. परिजन ने सख्ती से इस मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है.