जांजगीर-चाम्पा. जिला प्रशासन की पहल के बाद गरीब और होनहार छात्रों के सपनों को पंख लग गए हैं. जिला प्रशासन ने जिले के 4 गरीब छात्रों का नवा रायपुर स्थित स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट में संचालित 3 वर्षीय पाठ्यक्रम की पढ़ाई के लिए एडमिशन कराया है, जहां 3 साल की पढ़ाई समेत सभी खर्च जिला प्रशासन उठाएगा. चार छात्रों की पढ़ाई में करीब 25 लाख का खर्च आएगा. इन छात्रों का चयन लाइवलीहुड के माध्यम से की गई है.
खास बात यह है कि ये गरीब और होनहार छात्र, उन जगहों से हैं, जो खनिज उत्खनन और परिवहन से प्रभावित गांवों के हैं और इन छात्रों की पढ़ाई का खर्च का वहन, डीएमएफ यानी खनिज न्यास मद से होगा.
इस तरह जिला प्रशासन की कोशिश से जिले के 4 छात्रों रामकुमार, जगेश राय, रामनिवास कुर्रे और राजेश साहू को डीएमएफ की राशि से पढ़ाई के लिए मदद मिल रही है. ये छात्र नवागढ़, सक्ती, जैजैपुर और अकलतरा ब्लॉक के रहने वाले हैं.
ये चारों छात्र बेहद ही गरीब परिवार के हैं, जो अपने बच्चों को राजधानी के बड़े इन्स्टीट्यूट में पढ़ाई को लेकर सोच नहीं सकते थे, लेकिन जिला प्रशासन की पहल के बाद गरीब और होनहार छात्रों को पढ़ाई करने और अपने भविष्य संवारने में बड़ी मदद मिली है.
चारों छात्रों का स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एडमिनिस्ट्रेशन में एडमिशन हो गया है और जिला प्रशासन ने संस्थान को पहली किस्त के तौर पर 5 लाख से अधिक की राशि भेज दी है.
आपको बता दें, यह इंस्टीट्यूट केंद्र स्तर से राज्य में संचालित है, जहां गरीब बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए राज्य शासन और जिला प्रशासन के माध्यम से इंस्टीट्यूट द्वारा काम किया जा रहा है.
छात्र भी जिला प्रशासन की पहल से खुश हैं और आगे बढ़ने की तमन्ना रख के इंस्टीट्यूशन में एडमिशन ले लिया है.
लाइवलीहुड के नोडल अधिकारी विजय पांडेय ने बताया कि जिला प्रशासन की यह कोशिश, गरीब और होनहार छात्रों के लिए वरदान बन गई है. ये छात्र, खनिज उत्खनन और परिवहन से प्रभावित गांव क्षेत्र के हैं, जिन्हें डीएमएफ की राशि मदद मिल रही है और गरीब छात्रों को बड़े संस्थान में निःशुल्क पढ़ने में मदद मिल रही है, क्योंकि 3 साल की पढ़ाई समेत पूरा खर्च जिला प्रशासन उठाएगा.