केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ( सीपीसीबी ) के डेटा के अनुसार, पंजाब में पिछले साल के मुकाबले इस साल सितंबर-नवंबर के बीच पराली जलाने की घटनाएं 46.5% बढ़ी हैं, जबकि हरियाणा में 28.6% घटी हैं.
पंजाब के संगरूर, बठिंडा और फिरोज़पुर में पराली जलाने की सबसे अधिक घटनाएं सामने आईं और पिछले साल के मुकाबले क्रमश: 45.7%, 35% और 40.5% बढ़ोतरी हुई.
हरियाणा में फतेहाबाद, कैथल और करनाल से सामने आए.