जांजगीर-चांपा. जिले में कोविड-19 टीकाकरण का शुभारंभ रविवार 16 जनवरी को तीन स्थानों में किया गया। प्रथम दिन जिला अस्पताल जांजगीर, विकासखण्ड स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बलौदा और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अकलतरा में कुल 110 हेल्थ वर्कर्स को कोविड-19 के टीके लगाए गए।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, टीका लगावाने के बाद भी कोरोना एप्रोप्रीएट बिहेवीयर जैसे मास्क लगाना, सुरक्षित दूरी बनाए रखना और हाथों की सफाई आवश्यक है। पहला डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरा डोज लगाना भी उतना ही आवश्यक है। तभी वैक्सीन के सही परिणाम सामने आएंगे और संबंधित व्यक्ति में दूसरा डोज लगने के दो हफ्ते बाद इम्युनिटी विकसित होगी।
जिले में कुल 60 टीकाकरण सत्र स्थल चिन्हांकित-
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसआर बंजारे से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार 18 जनवरी को नवागढ़, पामगढ़, सक्ती और बम्हनीडीह के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में और 20 जनवरी को डभरा, मालखरौदा, जैजैपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड-19 ,टीकाकरण का कार्य शुरू होगा। जिले में कुल 60 टीकाकरण सत्र स्थल चिन्हांकित किया गए हैं।
प्रथम चरण में 10,405 स्वास्थ्य कर्मी एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। कोविड-19, वैक्सीन जिले को 6,360 डोज प्राप्त हुए हैं । टीकाकरण तैयारी के संबंध में सभी सत्र स्थलों में सफलता पूर्वक माॅक-ड्रील का आयोजन किया जा चुका है। कोविड-19, टीकाकरण का कार्य मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जा रहा है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ टीका-
छत्तीसगढ़ को भारत सरकार द्वारा पहली खेप में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ टीके उपलब्ध कराए गए हैं। ये टीके आईसीएमआर द्वारा प्रमाणित हैं। इन सब की जानकारी कोविन पोर्टल में एंट्री की गई है। टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की प्रतिकूल घटना या आपात स्थिति के प्रबंधन के लिए राज्य स्तर से लेकर टीकाकरण स्थलों तक एईएफआई (एडवर्स इवेंट फालोइंग इम्यूनाइजेशन ) प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ किया गया है।
28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना आवश्यक-
वैक्सीन की पहली खुराक के 28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना होगा। सेकंड डोज लेने के दो सप्ताह के अंदर आम तौर पर एंटीबाडी का सुरक्षात्मक स्तर इम्यूनिटी विकसित होती है। वैैैक्सीन लगाने के बाद भी कोविड अनुरूप व्यवहार करना आवश्यक होगा जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा। टीका मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करके लगाया जा रहा है। टीका लगाने के बाद हितग्राही को आधे घंटे निगरानी कक्ष में रखा जाता है। टीका लगाने में कोई शंका, डर नहीं होना चाहिए, क्योंकि इसमें इनएक्टिव वायरस का उपयोग किया गया है।