नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ने आरबीआई रिटेल डायरेक्ट योजना को लागू कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने 12 नवंबर को RBI की दो अहम योजनाओं को वर्चुअल लॉन्च किया था। ये योजनाएं आरबीआई खुदरा प्रत्यक्ष और रिजर्व बैंक-एकीकृत लोकपाल योजना है। प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक छोटे निवेशकों को सुरक्षित निवेश पर अच्छे रिटर्न का भरोसा मिलेगा।



सरकारी प्रतिभूतियों (जी-सेक) बाजार के विकास में एक अहम मील का पत्थर के रुप में भारतीय रिजर्व बैंक-रीटेल डायरेक्ट (आरबीआई-आरडी) योजना, निवेश की प्रक्रिया को सरल बनाकर (जी-सेक) को आम आदमी की आसान पहुंच में लाएगी
इस योजना के तहत, खुदरा एकल निवेशक, पोर्टल का उपयोग कर भारतीय रिजर्व बैंक के साथ एक खुदरा प्रत्क्षक गिल्ट (आरडीजी) खाता खोल पाएगा।
रिजर्व बैंक ने एकीकृत लोकपाल योजना की घोषणा फरवरी 2021 में ही कर दी थी। जिसे रिटेल डायरेक्ट स्कीम के साथ लांच किया जाएगा। यह दोनों ही स्कीम सीधे तौर पर आम लोगों से जुड़ी हुई हैं। इन दोनों ही स्कीम की अपनी अलग खासियत है। रिटेल स्कीम में जहां सभी लोगों को सरकारी प्रतिभूतियों यानी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश करने का मौका मिलेगा।
क्या है RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम ?
RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम इडीविजुअल निवेशकों द्वारा सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश की सुविधा देने का वन-स्टॉप सोल्यूशन है। सरकारी बॉन्ड खरीदने के लिए खुदरा निवेशक आरबीआई के साथ रिटेल डायरेक्ट गिल्ट RDG अकाउंट खोल सकते हैं। ये बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटी G-Sec होते हैं। स्कीम के तहत, रिटेल निवेशकों को आरबीआई के साथ RDG अकाउंट खोलने की सुविधा मिलेगी। इस अकाउंट को इस स्कीम के लिए तैयार किए गए ऑनलाइन पोर्टल के जरिए खोला जा सकेगा। अमेरिका की तरह पहली बार भारतीयों को भी बॉन्ड मार्केट में सीधे पैसा लगाने का मौका मिला है। इसका मतलब साफ है कि शेयर बाजार की तरह अब इन बॉन्ड में भी आप पैसा लगाकर एफडी से ज्यादा कमाई कर सकेंगे। आपको बता दें कि सरकार को किसी काम के लिए पैसा चाहिए होता है तो वो एक बॉन्ड जारी करती है। इस बॉन्ड को ऋण पत्र भी कहते हैं और यह कर्ज की तरह होता है।






