अब गंगा नदी की तर्ज पर छत्तीसगढ़ की पांच प्रमुख नदियों में बढ़ते प्रदूषण की निगरानी के लिए ऑनलाइन मानिटरिंग स्टेशन स्थापित किया जा रहा है। पांच नदियों में कुल 10 स्टेशन स्थापित होंगे, जो सेंसर के माध्यम से काम करेंगे और पांचों नदियों के जल की क्वालिटी की जानकारी हर पल इसके लिए छत्तीसगढ़ पर्यावरण मंडल द्वारा स्थापित कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी। जल गुणवत्ता निगरानी के लिए कंटीन्युअस वाटर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन प्रदेश के महानदी, खारून, शिवनाथ, हसदेव, केलो में दो-दो स्टेशन लगाया जाएगा।
नैनो टेक्नोलाजी से निगरानी
छत्तीसगढ़ पर्यावरण मंडल के मुख्य रसायनज्ञ एसके दीवान ने बताया कि यहां नैनो टेक्नोलाजी आधारित वाटर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन स्थापित किया जा रहा है। स्टेशन में प्रदूषण को डिस्पले करने वाले डिजिटल बोर्ड लगे रहेंगे। उन्हें सुरक्षित स्थान पर नदियों में लगाया जाएगा।
चार करोड़ होंगे खर्च
रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन की लागत करीब 40 लाख की होगी। इस तरह 10 स्टेशन लगाने में 4 करोड़ रुपए खर्च होगा। ये स्टेशन सेंसर पर आधारित होंगे। जैसे ही नदी में प्रदूषित पानी मिलेगा, सेंसर पता लगा लेंगे और मैसेज राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगा।