Chhattisgarh Big News : छात्तीसगढ़ में होगी 10 हजार शिक्षक भर्ती, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया ऐलान, शिक्षक विहीन स्कूलों के लिए 10 हजार शिक्षकों की होगी भर्ती, अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान CM ने कहा

रायपुर. छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए बड़ी खबर है. छत्तीसगढ़ में 10 हजार नये शिक्षकों की भर्ती होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात की सदन में आज घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने अनुपूरक पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षक विहीन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए राज्य सरकार 10 हजार नये शिक्षकों की भर्ती करेगी। इससे पहले आज प्रदेश के पहले अनुपूरक बजट को सदन से मंजूरी मिल गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे राष्ट्रीय झंडा अंगीकार दिवस की 75वीं सालगिरह है। झंडे के आकारदाता वैंकैया जी का स्मरण करता हूं और पूरे प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं। छत्तीसगढ़ के इतिहास में सबसे बड़ा बजट का आकार अब हो गया है।



इसे भी पढ़े -  JanjgirChampa Big News : आदतन बदमाश गौरी उर्फ रोहित बर्मन को 1 साल के लिए जिलाबदर किया गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत वर्षों बाद यह स्थिति आई जब राज्य के राजस्व की प्राप्ति केंद्र की तुलना में अधिक है।हरेली त्यौहार के दिन हम गौमूत्र 4 रुपए लीटर की दर से खरीदना शुरू करेंगे। हॉट बाजार क्लीनिक योजना से लाखों लोग लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 10 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी, लोगों को रोजगार मिल रहा। आजीविका की ओर नए कदम बढ़ रहे हैं।

योजनावार महत्त्वपूर्ण प्रावधान हमने किए हैं।राजस्व व्यय का 23 फीसदी ही है. 31 मार्च 2022 की स्थिति में 82 हजार 961 करोड़ है. हमसे दोगुना से ज्यादा भारत सरकार का है. गाय के नाम से बीजेपी वोट मांगती है, लेकिन गौ सेवा के लिए कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि गौ पालकों को 53 करोड़ की राशि दी है। गोबर के माध्यम से गौ पालकों की आय में वृद्धि हुई है। मुंगेली में बीजेपी के कोषाध्यक्ष ने 18 लाख का गोबर बेचा है। पहले गोबर को लेकर हंसते थे, लेकिन आज देश के दूसरे राज्यों से लोग यहां अध्ययन करने आ रहे हैं.

इसे भी पढ़े -  Baradwar News : लोहराकोट गांव की महिलाओं ने बढ़ती नशाखोरी को लेकर महुआ शराब, गांजा की बिक्री बंद कराने सरपंच के नेतृत्व में SP को सौंपा ज्ञापन, बाराद्वार थाना प्रभारी नरेंद्र यादव को भी सौंपा गया ज्ञापन

नेता प्रतिपक्ष ने अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि सरकारी बैंक में जमा पैसा सरकार का पैसा प्राइवेट बैंक में डाला जा रहा है. इसके पीछे की मंशा क्या है? मुख्यमंत्री हर रोज एक नई योजना लांच करते हैं, लेकिन सरकार के पास इन योजनाओं के लिए बजट नहीं है. छत्तीसगढ़ सरकार ने पता नहीं शराब की मास्टरी कहां से हासिल कर ली है कि अब दूसरे राज्यों में जाकर कंसलटेंसी दे रहे हैं. जैसी शराब में इनकी मास्टरी है वैसे ही अगर शिक्षा में हो जाती तो प्रदेश की दशा और दिशा दोनों सुधर जाती.

error: Content is protected !!