नई दिल्ली: डायरेक्टर सूरज बड़जात्या (Sooraj Barjatya) फैमिली ड्रामा फिल्मों के जरिए लोगों का दिल जीत लेते हैं. खासतौर उनकी पारिवारिक फिल्मों में जो लव स्टोरी देखने को मिलती हैं, वो तो फैंस को हैरान कर देती हैं. साल 1989 में आई उनकी फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ (Maine Pyaar Kiya) भी ऐसी ही एक फिल्म थी. जिसमें सलमान खान (Salman Khan) और भाग्यश्री लीड रोल में नजर आए थे. एक्ट्रेस के मासूम चेहरे के लोग दीवाने हो गए थे.
सलमान खान और भाग्यश्री स्टारर फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में मासूम प्यार की कहानी दर्शकों के दिल तक पहुंची थीं. फिल्म का असर लोगों पर ऐसा चढ़ा था कि लोग आज भी इस फिल्म को भुला नहीं पाए हैं. इस फिल्म ने सलमान को रातोंरात स्टार बना दिया था. साथ ही इस फिल्म से भाग्यश्री की किस्मत भी चमक उठी थी.
निर्माता-निर्देशक सूरज बड़जात्या का जन्मदिन है. इस खास मौके पर हम आपको उनकी इस फिल्म से जुड़े कुछ किस्से बता रहे हैं कि आखिर पहली पसंद ना होते हुए भाग्यश्री के हाथ ये फिल्म कैसे लगी. वजह हैरान करने वाली है.ऐसे लिखी गई थी कहानी
कहा जाता है कि ‘मैंने प्यार किया’सूरज बड़जात्या के डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म है. शुरुआत में उन्हें इस फिल्म की स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई थी तो दूसरी तैयार की गई. पहले वो किसी और कहानी को लेकर फिल्म बनाने की प्लानिंग कर रहे थे. लेकिन पिता के कहने पर रोमांटिक ड्रामा बनाने का मन बनाया. इसके बाद उन्होंने ‘मैंने प्यार किया‘ के लिए कहानी लिखी.
भाग्यश्री नहीं ये एक्ट्रेस थीं पहली पसंद
सूरज बड़जात्या ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह इस फिल्म की एक्ट्रेस को तलाशने कई एक्टिंग स्कूल भी गए थे. फिर उन्होंने सुमन के किरदार के लिए नीलम को कास्ट करने का मन बनाया. लेकिन कि वह उस वक्त सनी देओल के साथ चेन्नई में शूटिंग पर थीं. सूरज बड़जात्या ने नीलम से मिलने के लिए वहां जाने की फ्लाइट की टिकट भी बुक करा ली थी. तभी उनके पिता ने उन्हें फोन करके बताया कि एक रात वो रुक जाएं और एक मैगजीन में लड़की की फोटो छपी है उसे देख लें. फिर क्या था वो लड़की भाग्यश्री ही थी, जिसे ये फिल्म दी गई. भाग्श्री का ऑडिशन हुआ और वह फिल्म के लिए फाइनल हो गईं. हालांकि नीलम अब तक उन्हें ये बात कहने से चूंकती नहीं है कि आपसे एक फ्लाइट नहीं ली गई.
बता दें बाद में सलमान खान और भाग्यश्री को लेकर सूरज बड़जात्या इस फिल्म को कंप्लीट किया. फिल्म सुपरहिट साबित हुई. सूरज बड़जात्या की फिल्मों को लेकर ये अक्सर कहा जाता है कि आप उनकी फिल्में पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं. साल 1989 में बतौर डायरेक्टर ये उनकी पहली फिल्म थी, जिसमें सलमान खान और भाग्यश्री लीड रोल में नजर आए थे.