कौन है वह महिला IPS, जिसने बूढ़ी अम्मा के घर को कर दिया रौशन, पढ़ें पूरी कहानी…

एक 70 साल की महिला नूरजहां के घर में पहली बार बिजली पहुंचाने वाली महिला आईपीएस अनुकृति शर्मा हैं. वह बुलंदशहर की सहायक पुलिस अधीक्षक हैं. वह मूलत: राजस्थान की रहने वाली हैं. उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे. अनुकृति ने साल 2007 में IIT JEE परीक्षा पास करके इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलकाता (IISER) में ग्रेजुएशन में दाखिला लिया. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा क्लीयर किया और आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका की राइस यूनिवर्सिटी चली गईं.



 

 

अमेरिका में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास करके भारत में प्रशासनिक सेवा में आने का मन बनाया. लेकिन उनके टीचर ने कहा कि वह जो करना चाहती हैं वह वैज्ञानिक बनने के बाद भी संभव है. उन्हें पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए. उस समय तो वह पढ़ाई में लग गईं. लेकिन भारत वापस लौटकर उन्होंने अपने सपने को हकीकत में बदलने की तरफ काम करना शुरू कर दिया.

इसे भी पढ़े -  Sakti News : मिरौनी गांव में जिला स्तरीय पशुधन एवं कुक्कुट प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित, सांसद कमलेश जांगड़े, मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा और उपाध्यक्ष रितेश साहू रहे मौजूद, उत्कृष्ट पशुओं के पशु पालकों को किया गया सम्मानित

 

 

 

अनुकृति शर्मा यूपीएससी एग्जाम के पहले अटेम्प्ट में मेन्स तक पहुंचीं. लेकिन दूसरे अटेम्पट में प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं हुआ. इसके बाद भी उन्होंने तैयारी जारी रखी और तीसरे अटेम्प्ट में सफल रहीं लेकिन उनकी ऑल इंडिया 355वीं रैंक आई. इससे उन्हें राजस्व सेवा मिला. इससे वह संतुष्ट नहीं थीं. साल 2019 में उन्होंने चौथी बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दिया. इस बार उनकी 138वीं रैंक आई और वह आईपीएस बनने में कामयाब रहीं.

इसे भी पढ़े -  Sakti News : मिरौनी गांव में जिला स्तरीय पशुधन एवं कुक्कुट प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित, सांसद कमलेश जांगड़े, मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा और उपाध्यक्ष रितेश साहू रहे मौजूद, उत्कृष्ट पशुओं के पशु पालकों को किया गया सम्मानित

 

 

 

अनुकृति शर्मा ने यूपीएससी में ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर भूगोल रखा था. उनकी इस जर्नी में उनके पति ट्यूटर की भूमिका में थे. उन्होंने अनुकृति को उनके सपने को अचीव करने में मदद की. अनुकृति ने बताया था कि उनके पति उनके सबसे अच्छे दोस्त की तरह थे. वह अपनी सफलता का श्रेय अपने पति को देती हैं.

error: Content is protected !!