एशियन गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाएगी भारत की टीम! कोच ने पीएम मोदी और खेल मंत्री से की भावुक अपील. पढ़िए क्या है माजरा..

चीन के हांगझोउ में 23 सितंबर से 19वें एशियन गेम्स का आगाज होने जा रहा है। इस बार इन खेलों में क्रिकेट को शामिल किया गया है जो आकर्षण का केंद्र होने वाला है। उसी बीच भारतीय फुटबॉल टीम के इसमें भाग लेने पर असमंजस है। इसको लेकर टीम के हेड कोच इगोर स्टिमक ने पीएम मोदी और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से भावुक अपील करते हुए एक पत्र लिखा है। उन्होंने भारतीय फुटबॉल टीम के सेलेक्शन एलिजिबिलिटी के सभी नियमों को पूरा नहीं करने के बावजूद टीम के इन खेलों में हिस्सा लेने के लिए पीएम से हस्तक्षेप करने की अपील की। गौरतलब है कि हाल ही में फ्रांस में पीएम मोदी ने भारत में फ्रेंच फुटबॉल स्टार किलियन एमबाप्पे के ज्यादा से ज्यादा फैंस होने का जिक्र किया था।



 

 

 

आपको बता दें कि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने योजना बनाई थी कि स्टिमक के मार्गदर्शन में अंडर-23 टीम एशियाई खेलों में हिस्सा लेगी। भारतीय फुटबॉल टीम हालांकि शीर्ष आठ टीम में शामिल होने के खेल मंत्रालय के नियम को पूरा नहीं कर पाई, जिसके कारण उसके इस प्रतियोगिता से बाहर रहने की संभावना है। स्टिमक ने सोशल मीडिया पर लंबी-चौड़ी पोस्ट में पीएम मोदी और खेल मंत्री को संबोधित करते हुए लिखा कि, मैं आपके ध्यान में लाना चाहता हूं कि 2017 की हमारी अंडर-17 टीम जिसने अंडर-23 विश्व कप क्वालीफायर में शानदार प्रदर्शन किया और बेहद प्रतिभावान टीम है, उसे एशियाई खेलों में प्रतिनिधित्व से वंचित किया जा रहा है।

 

 

 

 

टीम की रैंकिंग पर मचा बवाल
स्टिमक ने अपने इस पत्र में आगे लिखा कि, इस टीम के टूर्नामेंट में खेलने की बेहद जरूरत है और वह इसकी हकदार है। जो कारण बताए गए हैं वह अनुचित हैं और भारतीय नेशनल टीम का कोच होने के नाते मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि इस मामले को तुरंत आपकी और माननीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की जानकारी में लाया जाए। जिससे कि आप हस्तक्षेप कर सकें और एशियाई खेलों में टीम के प्रतिनिधित्व में मदद करें। भारतीय फुटबॉल टीम अभी एशियाई फुटबॉल परिसंघ (AFC) देशों के बीच 18वें स्थान पर है। इसको लेकर स्टिमक ने लिखा कि, हमारा अपना मंत्रालय रैंकिंग के संदर्भ में भागीदारी से इनकार कर रहा है जबकि सच्चाई यह है कि हमारी फुटबॉल टीम उन कुछ अन्य खेल टीमों की तुलना में बेहतर रैंकिंग पर है जिन्हें एशियाई खेलों में भाग लेने की अनुमति दी गई है।

 

 

 

स्टिमक ने यह भी लिखा कि, इतिहास और आंकड़े भी इस बात के गवाह हैं कि फुटबॉल एक ऐसा खेल है जहां निचली रैंकिंग वाली टीम के पास शीर्ष रैंकिंग वाली टीम को हराने का मौका होता है। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) और सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSF) को भेजे गए पत्र में खेल मंत्रालय ने कहा है, टीम स्पर्धाओं के लिए केवल उन्हीं खेलों को शामिल किए जाने पर विचार करना चाहिए जिन्होंने एशिया के भाग लेने वाले देशों के बीच पिछले एक साल में शीर्ष आठ में जगह बनाई है। वर्ष 2002 से एशियाई खेलों में अंडर-23 फुटबॉल टीम हिस्सा लेती है जबकि इससे अधिक उम्र के तीन खिलाड़ियों को भी टीम में शामिल करने की स्वीकृति होती है। भारत ने 2017 में अंडर-17 फीफा विश्व कप की मेजबानी की थी और नई पीढ़ी के शानदार खिलाड़ियों को तैयार करने में काफी निवेश किया।

 

 

 

 

पीएम मोदी के विजन का भी जिक्र
स्टिमक ने पीएम के फीफा विश्व कप के विजन का जिक्र करते हुए लिखा कि, आपने एक दिन फीफा विश्व कप में खेलने के भारत के सपने का हमेशा समर्थन किया है और मुझे यकीन है कि अब तक जिस तरह आपका समर्थन मिला है अगर उसकी तरह का निरंतर समर्थन जारी रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हम वैश्विक स्तर पर सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय टीम के रूप में हमने पिछले चार वर्षों में बहुत कड़ी मेहनत की है और कुछ बेहतरीन नतीजे हासिल किए हैं जिससे साबित होता है कि अगर हमें सभी हितधारकों का समर्थन मिले तो हम और अधिक हासिल कर सकते हैं।

 

 

 

 

इस प्रावधान से जाग सकती हैं फुटबॉल टीम की उम्मीदें!
स्टिमक के इस पत्र में आगे लिखा था कि, आईओए और एनएसएफ को भेजे गए खेल मंत्रालय के निर्देशों में एक प्रावधान है जो फुटबॉल टीम को उम्मीद की किरण दे सकता है। मंत्रालय के पत्र में कहा गया है कि विशिष्ट खेलों के विशेषज्ञों और भारतीय खेल प्राधिकरण की राय में उचित कारणों से उपरोक्त मानदंडों में छूट के साथ व्यक्तिगत खिलाड़ियों और टीमों की भागीदारी की सिफारिश की जाती है तो उचित फैसले के लिए मंत्रालय उस पर विचार करेगा। स्टिमक ने पीएम का हालिया फ्रांस यात्रा का जिक्र करते हुए लिखा कि, फ्रांस की आपकी यात्रा में फुटबॉल और एमबाप्पे के बारे में आपके भाषण ने भारतीय फुटबॉल के लिए सपना देखने वालों और उसकी हौसलाअफजाई करने वाले सभी भारतीयों को प्रभावित किया। इसलिए संपूर्ण भारतीय फुटबॉल जगत की ओर से मेरी आपसे विनम्र अपील और गंभीर अनुरोध है कि कृपया हमारी फुटबॉल टीम को एशियाई खेलों में भाग लेने की अनुमति दें।

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