आरक्षकों ने जेवर से भरे बैग को लौटाया, डीजीपी ने की तारीफ, टीआई और आरक्षक से फोन पर की बात, आरक्षकों का बढ़ाया उत्साह, ढाई हजार पुरस्कार भी दिया जाएगा, लोगों ने भी की जमकर सराहना

जांजगीर-चाम्पा. हसौद थाने में पदस्थ आरक्षक नरेश बंजारे के साथ ही लीलाराम साहू, सीएएफ आरक्षक योगेश साहू और एनएसएस छात्र अर्जुन खूंटे ने मिसाल पेश की है, जिसकी लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. एक महिला का बैग, रास्ते में मिला था. बैग में सोने का हार, बाली, चांदी की पायल और 2 मोबाइल थे, जिसे आरक्षकों ने महिला की पहचान करके, घर जाकर लौटाया.

बैग में 2 लाख के जेवर और मोबाइल थे. पुलिस की पहल के बाद महिला ने भी पुलिस आरक्षकों की प्रशंसा की है और गुम हुए बैग, जेवरातों के सुरक्षित मिलने के बाद महिला ने राहत की सांस ली.
हसौद थाने के आरक्षकों की सराहनीय कोशिश की छ्ग पुलिस के डीजीपी डीएम अवस्थी ने भी तारीफ की है और हसौद थाने के टीआई देवेश राठौर, आरक्षक नरेश बंजारे से डीजीपी डीएम अवस्थी ने फोन पर बात कर उत्साह बढ़ाया है. साथ ही, ढाई हजार पुरस्कार भी दिया जाएगा. छत्तीसगढ़ पुलिस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, जिसे अनेक अधिकारियों व लोगों ने भी रि-ट्वीट किया है.


दरअसल, हसौद थाना क्षेत्र के मिरौनी नाका के पास आरक्षक नरेश बंजारे और अन्य आरक्षक, एनएसएस छात्र तैनात थे. इस दौरान रास्ते में लावारिस हालत में बैग मिले. बैग को थाने लाकर टीआई की उपस्थिति में खोला तो बैग में सोने का हार, बाली और चांदी की पायल के साथ 2 मोबाइल मिले.
पता चला कि महिला का नाम तारा महिलांगे है, जो सारंगढ़ क्षेत्र के भदरा गांव की रहने वाली थी. अपने मायके डभरा में शादी में आकर ससुराल लौट रही थी तो रास्ते में बैग गुम हो गया. महिला को पता नहीं चला था कि बैग कहां गुमा था. बाद में, महिला को घर पहुंचकर आरक्षकों ने जेवर से भरे बैग को लौटाया तो महिला, भावुक थी, क्योंकि बैग गुमने के बाद बेहद परेशान थी.
हसौद थाने के आरक्षकों की पहल की लोग सराहना कर रहे हैं, वहीं डीजीपी डीएम अवस्थी ने भी तारीफ की है और टीआई देवेश राठौर, आरक्षक नरेश बंजारे से फोन पर बात कर, उत्साह बढ़ाया है. साथ ही, ढाई हजार पुरस्कार भी दिया जाएगा. छत्तीसगढ़ पुलिस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, जिसे अनेक अधिकारियों व लोगों ने भी रि-ट्वीट किया है.



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