रायपुर. कोरोना संक्रमण की वजह से निर्मित लाकॅडाउन के दौरान राज्य के किसानों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राहत पहुंचाने की कई उपाय किए गए है। किसानों के उपज की खरीदी-बिक्री सहजता से हो सके इसके संबंध में भी राज्य शासन द्वारा कई सहूलियते मुहैया करायी जा रही है। इसका उद्देश्य किसानों द्वारा उत्पादित सामग्री विशेषकर फल-सब्जी को नुकसान होने से बचाया जा सके। उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े और वह आगामी खरीफ सीजन की तैयारियां बिना किसी व्यवधान के अपने संसाधनों से कर सकें। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खेती-किसानी से लेकर फल-सब्जी की तुड़ाई और क्रय-विक्रय की विशेष छूट भी दी गई है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों के हित में लिए गए उक्त फैसलों में उनके घर पहुंचकर उनकी उपज को वाजिब दाम में सीधी खरीदी का निर्णय भी शामिल है। राजनांदगांव मंडी क्षेत्र के अंतर्गत किसानों की उपज की सीधी खरीदी उड़ान महिला बहुउद्देशीय कृषि उत्पाद सहकारी समिति सुरगी द्वारा किसानों के घर जाकर की जा रही है। उड़ान महिला सहकारी समिति ने राजनांदगांव मंडी क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के कृषकों से गेंहू, सरसों, धनियां, लाखड़ी, जिल्लो (अकरी) आदि की खरीदी आपसी सौदा के आधार पर सौदा पत्रक के माध्यम से सीधे क्रय कर कृषकों को उनकी उपज का भुगतान किया है। प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड ने बताया कि उड़ान महिला बहुउद्देशीय कृषि उत्पाद सहकारी समिति ने पारीखुर्द, खैरा, आरला, भोथीपारखुर्द, उसरीबोड़, सांकरा, तोरणकट्टा, डूमरडीह, सिंघोला, जानकी आदि गांव के कृषकों से 57.75 क्विंटल गेंहू, 16.33 क्विंटल सरसों, 398 क्विंटल लाखड़ी, 3.18 क्विंटल जिल्लो की सौदा पत्रक के माध्यम से खरीदी कर संबंधित कृषकों को 15 लाख 33 हजार 669 रूपए का भुगतान भी किया है।