कोरोना काल में बुनकरों की परेशानी बढ़ी, काम-धंधे बंद पड़े, नुकसान होने से दोहरी मार झेल रहे बुनकर, देश-दुनिया में है चाम्पा के कोसा कपड़े की पहचान

जांजगीर-चाम्पा. चाम्पा के कोसा की छग ही नहीं, देश-दुनिया में पहचान है, लेकिन कोरोना काल और लॉकडाउन के दौर में बुनकरों की मुसीबत बढ़ी हुई है. एक तो बुनकरों को महीनों से पर्याप्त धागा नहीं मिल रहा है तो बुनकर कुछ कपड़ा बनाए भी हैं तो उसके अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं.

चाम्पा के बुनकर सेवकराम देवांगन, जगदीश देवांगन, कौशल देवांगन ने बताया कि अभी ज्यादा आर्थिक नुकसान हो रहा है. बुनकरों के पास कोसा का काम नहीं होने से वे अभी दूसरे काम करने लगे हैं और जैसे-तैसे घर चला रहे हैं. कोरोना काल में बुनकर काफी परेशान हैं और आर्थिक दिक्कतें झेल रहे हैं.

इस मामले को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि इंजी. रवि पांडेय ने कहा है कि कोसा को लेकर चाम्पा की पहचान है. बुनकरों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा. वैसे, देश के दूसरे राज्यों के लिहाज से आर्थिक मामलों में छग में बेहतर हालात है.



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