जांजगीर-चाम्पा. जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने गुरूवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की जिले में चल रही योजनाओं की सिलसिलेवार समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के तहत गोठानों में नियमित रूप से गोबर की जाए और उसे वर्मी कम्पोस्ट टैंक में डालकर खाद तैयार कर पैकेंजिंग की जाए।
इससे स्व सहायता समूहों को गांव में ही रोजगार मिलता रहेगा। इस दौरान उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा के तहत गांवों में मजदूरी मूलक कार्यों को शुरू करने के निर्देश जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए।
उन्होंने इस दौरान कहा कि सुराजी गांव के तहत जिले के गांवों में गोठान का निर्माण कराया गया है। जिसमें गोधन न्याय योजना के माध्यम से 20 जुलाई से गोबर की खरीदी की जा रही है।
गोबर खरीदी होने के उपरांत गोबर से खाद तैयार करने के लिए गोठानों में अधिक से अधिक वर्मी कम्पोस्ट टैंक का निर्माण किया जाए। महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते गांवों में प्रवासी मजदूर लौटकर आए हैं, ऐसे में उनके जॉब कार्ड बनाकर गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाए। इसके लिए जरूरी है कि मनरेगा के तहत अधिक से अधिक मजदूरी मूलक कार्यों को शुरू किया जाए।
मनरेगा के माध्यम से नया तालाब निर्माण, डबरी जैसे कार्यों में अधिक श्रमिकों को काम मिलता है, इसलिए पहली प्राथमिकता से इन स्वीकृत कार्यों को प्रारंभ किया जाए। इसके अलावा धान चबूतरा केन्द्र निर्माण, नवीन ग्राम पंचायत भवन, चारागाह, गोठान को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत स्थायी प्रतीक्षा सूची से अपात्र हितग्राहियों के नाम विलोपित करने कहा।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, एनआरएलएम, सांसद, विधायक आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा की। उन्हांेने मनरेगा आईईसी गतिविधि के तहत कोविड-19 जन आंदोलन का प्रचार-प्रसार करने कहा। बैठक में जिला स्तरीय अधिकारी, जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी मौजूद रहे।
पैरादान के लिए करें किसानों को प्रोत्साहित
जिपं सीईओ श्री अग्रवाल ने कहा कि विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी गोठान में किसानों के माध्यम से पैरादान कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इससे एक ओर किसानों को खेतों में पराली नहीं जलानी पड़ेगी, दूसरी ओर गायों के लिए भी साल भर चारे की व्यवस्था हो सकेगी। गोठान में पैरा आने के बाद उसके रखने के इंतजाम बेहतर किए जाए। गोठान में पैरा को अस्थाई मचान बनाकर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान पराली जलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए।