ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 संक्रमण रोकथाम हेतु व्यवस्था हो : गुहाराम अजगल्ले, जांजगीर-चाम्पा सांसद ने स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा कर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य मितानिनों को प्रशिक्षण देने की की मांग

जांजगीर-चांपा. लोकसभा सांसद गुहाराम अजगल्ले ने छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण मंत्री एवं जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव से 20 अप्रैल को दूरभाष के माध्यम से चर्चा कर वर्तमान कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की. इस दौरान सांसद श्री अजगल्ले ने स्वास्थ्य मंत्री को कहा कि जांजगीर चांपा जिले में कोविड-19 का संक्रमण बढ़ते जा रहा है तथा इस संक्रमण को ग्रामीण स्तर पर ही कम करने की दिशा में पूर्व से ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ मितानिन कार्यकर्ताओं एवं रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर आरएमपी डॉक्टरों को प्रशिक्षण देकर प्रारंभिक स्तर पर होने वाली सर्दी, खांसी, बुखार जैसी बीमारियों को नियंत्रित करने हेतु प्रशिक्षित किया जाए.
ऐसे लोगों को प्रशिक्षण देने से ग्रामीण इलाकों में वर्तमान कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को बड़ी भीड़ के रूप में स्वास्थ्य केंद्रों में आने से भी जहां कम किया जा सकेगा तो वहीं ग्रामीण इलाकों में भी स्वास्थ्य मितानिन कार्यकर्ताओं एवं आरएमपी डॉक्टरों की जागरूकता से एवं उनके सकारात्मक प्रयासों से लोगों में भी कोविड-19 के संक्रमण से निपटने हेतु स्वयं जागरूकता का संचार होगा.
श्री अजगल्ले ने कहा कि जिस तरह से देश की राजधानी दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिको की व्यवस्था से मोहल्ला स्तर पर ही छोटी- बड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार हेतु सकारात्मक प्रयास हो रहे हैं. उसी तरह जांजगीर-चांपा जिले में भी गांव में ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से हम इस बड़ी महामारी से निपटने के लिए सकारात्मक पहल कर सकते हैं.
श्री अजगल्ले ने कहा कि आज गांव में स्वास्थ्य मितानिन कार्यकर्ता, जो कि विगत दशकों से गांव में रहकर ही लोगों की छोटी-बड़ी सभी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निराकरण शासन के दिशा निर्देश अनुसार करते हैं तथा इन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी उस गांव से संबंधित प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी भी होती है तथा इन्हें प्रशिक्षण देने से हम काफी हद तक कोविड-19 के नियंत्रण के लिए सकारात्मक पहल कर पाएंगे.
श्री अजगल्ले ने कहा कि आरएमपी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर जो कि किसी न किसी रूप में स्वास्थ्य चिकित्सा से संबंधित होते हैं, तथा उन्हें यदि हम अस्थाई रूप से प्रशिक्षित करें तो कहीं ना कहीं इसका लाभ हम सबको मिलेगा एवं इसके अलावा गांव में मलेरिया वर्कर्स भी काफी संख्या में काम कर रहे हैं एवं इनका भी उपयोग वर्तमान कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए किया जा सकता है.
इस दौरान श्री अजगल्ले ने प्रभारी मंत्री को बताया कि उनके द्वारा जांजगीर-चांपा जिले में कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन को 2500000 लाख रुपए की सांसद निधि की राशि वर्तमान में प्रदान की गई है तथा पूर्व में भी उनके द्वारा बलौदाबाजार-भाटापारा जिला एवं जांजगीर चांपा जिले को पांच-पांच लाख रुपये की राशि भी कोविड से निपटने के लिए दी जा चुकी है, जिस पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सांसद अजगल्ले का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सदैव अपने संसदीय क्षेत्र के विकास एवं समस्याओं के निराकरण के लिए इसी तरह से जागरूक रहने की बात कही.



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