जांजगीर-चांपा. कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला के निर्देशानुसार आज खाद्य विभाग के विभिन्न दल द्वारा अकलतरा, डभरा और बम्हनीडीह के विभिन्न राइस मिलों की जांच की गई। जिला खाद्य अधिकारी ने राइस मिलों के जांच के लिए अलग-अलग दल का गठन किया है। जांच दल द्वारा धान के उठाव के अनुरूप फोर्टिफाईड मिलिंग तथा मिलिंग क्षमता का पूर्ण उपयोग न कर कस्टम मिलिंग कार्य में उदासीनता बरतने के कारण छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चांवल उपार्जन आदेश 2016 के प्रावधानों के तहत धान व चावल जप्त करने की कार्रवाई की गई ।
खाद्य विभाग के जांच दलों द्वारा आज अकलतरा के सुभाष ट्रेडिंग कंपनी, बम्हनीडीह के श्याम राईस प्रोडक्ट तथा डभरा स्थित शिव शक्ति राईस मिल और सत्यम राइस मिल बम्हनीडीह की जांच की गई।
यह जांच खरीफ विपणन वर्ष (2019-20 एवं 2020-21) में संग्रहित धान के उठाव के अनुरूप फोर्टिफाईड मिलिंग तथा मिलिंग क्षमता का पूर्ण उपयोग न कर कस्टम मिलिंग कार्य में उदासीनता बरतने के कारण की गई। जांच के दौरान सुभाष ट्रेडिंग कंपनी अकलतरा के परिसर सें 312.35 क्विंटल धान और 32.50 क्विंटल चावल, सत्यम राईस मिल बम्हनीडीह से 80 क्विंटल धान तथा शिव शक्ति राईस मिल डभरा से 112.85 क्विंटल धान की जप्ती की कार्रवाई छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चांवल उपार्जन आदेश 2016 के प्रावधानों के तहत् की गई।
खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में अरवा एवं उसना फोर्टिफाईड हेतु धान की कस्टम मिलिंग किया जाना शेष है। जिसमें शासन के निर्देशानुसार सितम्बर 2021 तक अरवा एवं उसना फोर्टिफाईड धान की कस्टम मिलिंग पूर्ण किया जाना है। राईस मिलर्स द्वारा अपनी क्षमता के अनुरूप कार्य नही करने पर लगातार जांच की जा रही है। अनियमितता पाये जाने पर उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही भी की जा रही है।
संयुक्त जांच दल में सहायक खाद्य अधिकारी मनोज कुमार त्रिपाठी, कौशल किशोर साहू, विनय भूषण कुजूर, खाद्य निरीक्षक अजय प्रधान, जितेन्द्र दिनकर, हेमन्त ब्रम्हभठ्ट, उमेश चौधरी, सुनेत जायसवाल और मनोज कुमार साहू उपस्थित थे।