ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल बनारी, जांजगीर में शरद पूर्णिमा पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित

जांजगीर-चाम्पा. ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल बनारी, जांजगीर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी। शिक्षको के द्वारा ऑनलाईन के माध्यम से कक्षा पहली से चौथी तक हिन्दी कक्षा के दौरान विद्यार्थियों को शरद पूर्णिमा की जानकारी दी गयी। हिंदी कक्षा के दौरान कक्षा पांचवी से दसवी निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें सभी विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।

विद्यालय की शिक्षिका विजयलता राठौर ने बताया कि शरद पूर्णिमा रात्रि अमृत वर्षा के वैज्ञानिक महत्व के बारे में समझाया। इस दिन चांद की रोशनी में खीर रखना तत्पश्चात प्रसाद के रूप में ग्रहण करना शुभ माना जाता है। भौगौलिक तौर पे शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा धरती के बहुत करीब होता है तथा चंद्रमा से निकलने वाली किरणों से वातावरण शुद्ध एवं विषाणु मुक्त होता है। पौराणिक कथाओं में अनेक प्रकार के विषय संबंधित उदाहण दिये गये है जैसे रोगमुक्त एवं शक्तिवर्धक किरणे आदि का वर्णन है।
तत्पश्चात शिक्षिका आशा राठौर के द्वारा शरद ऋतु का साहित्यिक वर्णन, स्थान व महत्व को उजागर किया साथ ही अनेक कवियों के कविता संग्रह के बारे में बताया। संगीत शिक्षक शशाक कटकवार के द्वारा विद्यार्थियों को चारो पहर के विभिन्न रागों के बारे में अवगत कराते हुए यमन राग में ’’सुंदर मुरतिया श्याम सुंदर की’’ मधुर गीत प्रस्तुत किया। कक्षा दसवी के छात्र दीपक साहू के द्वारा भैरवी राग ’’लागा चुनरी में दाग’’ की प्रस्तुति दी गयी। कक्षा पांचवी की छात्रा आर्ची धानुका द्वारा ’’अच्युतम् केशवम्’’ व कक्षा नवमी से छात्रा वाणीप्रिया के द्वारा कृष्ण भजन तथा कक्षा सातवी से चेतना पाण्डेय व आशी अग्रवाल के द्वारा कविता वाचन किया गया।
कार्यक्रम संचालिका प्रियंका शर्मा ने शरद पूर्णिमा के विषय मे बताया कि शरद पूर्णिमा कि रात चांद अपने अप्रतिम रूप में उदित होता है इस दिन चंद्रमा संपूर्ण सोलह कलाओं से युक्त होता है। इस दिन समुद्र मंथन से देवी लक्ष्मी जी की उत्पत्ति हुई थी इसलिए माता का प्राक्ट्य दिवस भी माना गया है। यह रात औषधीवर्धक रात कहलाती है जिसके कारण मान्यता है कि रात्रि में चन्द्रमा कि किरणों से अमृत वर्षा होती है।
विद्यालय के निदेशक आलोक अग्रवाल ने शरद पूर्णिमा को शीत ऋतु के आगमन को समझाया एवं साहित्य के अनेक बिन्दुओं पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाएं व अन्य स्टाफ उपरिस्थत रहे. कार्यक्रम का सफल संचालन प्रियंका शर्मा के द्वारा किया गया।



error: Content is protected !!