जांजगीर-चाम्पा. जिले में धान की फसल में बीमारी से किसानों की मुसीबत बढ़ गई है. दीपावली के बाद किसानों ने धान की फसल की कटाई शुरू की है, लेकिन फसल में बीमारी ने किसानों को परेशान कर दिया है. कीटनाशक दवा का किसानों ने कई बार छिड़काव किया, लेकिन फसल को नहीं बचा सके. इससे किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है और वे सरकार से क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे हैं.
चाम्पा क्षेत्र के सिवनी गांव में धान की फसल पर भूरा माहो की भारी मार किसानों को झेलनी पड़ रही है. किसान चूड़ामणि राठौर के 3 एकड़ की फसल भूरा माहो की चपेट में आने से बर्बाद हो गई है. बीमारी के कारण धान की फसल, पैरा में बदल गई है और किसान को लाखों का नुकसान हो गया है. सिवनी में अन्य दूसरे किसान हेमन्त और ओमप्रकाश देवांगन जैसे अन्य किसान भी भूरा माहो से मुश्किल में हैं, क्योंकि कई बार कीटनाशक दवा छिड़कने के बाद भी फसल को तबाह होने से नहीं बचा सके हैं. किसानों का दवा छिड़काव में भी हजारों रुपये खर्च हुआ है, लेकिन किसानों को हताशा ही हाथ लगी है. अब किसान, सरकार से फसल क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे हैं.