नई दिल्लीः नए साल में देश भर के कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। बैंकों ने एटीएम के पैसे निकालने और जमा करने के नियमों में बदलाव किया है। इन बैंकों की सूची में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का भी नाम शामिल है। इस बैंक के खाता धारकों को 1 जनवरी के बाद पैसे जमा करने पर भी चार्ज देना होगा। हालांकि यह तभी होगा जब आप फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट को पार कर जाएंगे। नकदी निकालने पर भी यही नियम लागू होने जा रहा है।
नए नियम के मुताबिक 1 जनवरी, 2022 के बाद अगर कोई IPPB का खाताधारक निर्धारित फ्री लिमिट पार होने के बाद पैसे जमा करता है या निकालता है तो उसे पहले से अधिक चार्ज देना होगा। सेविंग और करंट अकाउंट में महीने में 10000 रुपये तक जमा करना फ्री है। उसके बाद जितने रुपये जमा होंगे उसका 0.50 फीसदी या कम से कम 25 रुपये का शुल्क देना होगा। हालांकि यह नियम 1 जनवरी, 2022 से लागू होगा और अभी तक ऐसा कुछ नहीं है। IPPB ने इसे लेकर अपने पोर्टल पर जानकारी दी है।
कितना देना होगा चार्ज
नकदी जमा या नकदी निकासी पर जीएसटी या सेस भी लगेगा जो दर अप्लाई होगी। इससे पहले इंडिया पोस्ट ऑफिस पेमेंट बैंक या India post payment bank ने डोरस्टेप बैंकिंग के शुल्क में बदलाव किया था। इस बदलाव को 1 अगस्त 2021 से लागू किया गया। इस सर्विस में हर रिक्वेस्ट पर प्रति ग्राहक से 20 रुपये लिए जाते हैं। डोरस्टेप बैंकिंग वह सेवा है जिसमें डाकिया या पोस्ट ऑफिस का कर्मचारी आपके घर आकर पोस्ट ऑफिस से जुड़ी सेवा देता है। इसके लिए पहले रिक्वेस्ट देनी होती है जिसके बाद कर्मचारी आपके घर आते हैं।