रणवीर सिंह की मुख्य भूमिका वाली फिल्म ’83’ सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म को समीक्षकों ने काफी सराहा है। खासकर रणवीर सिंह ने अपनी अभिनय क्षमता को एक बार फिर से साबित किया है। फिल्म में वह कपिल देव की भूमिका में है, जो 1983 वर्ल्ड कप के वक्त कप्तान थे। रणवीर ने अपने लुक से लेकर क्रिकेट प्रैक्टिस तक पर खूब मेहनत की, जिससे वह पर्दे पर अपने किरदार के साथ न्याय करते दिखे। हालांकि, आपको जानकर हैरानी होगी कि इस रोल के लिए रणवीर पहली पसंद नहीं थे और ना ही पहले यह फिल्म कबीर खान निर्देशित करने वाले थे।
जब तैयार हुआ पहला ड्राफ्ट
करीब 8 साल पहले इस कहानी का विचार ‘थलाइवी’ के निर्माता विष्णुवर्धन इंदुरी को आया था। उन्होंने लेखक-निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान के साथ इसकी कहानी और पटकथा पर काम किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रणवीर सिंह की जगह पहले इस रोल के लिए अर्जुन कपूर का नाम था। इसी वजह से जब हाल ही में ’83’ का ग्रैंड प्रीमियर किया गया तो अर्जुन वहां नहीं पहुंचे थे। रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से बताया गया है कि ‘अर्जुन अपने करीबी दोस्त की फिल्म के प्रीमियर में शामिल नहीं हुए। वह फिल्म ‘कुत्ते’ की शूटिंग कर रहे हैं, लेकिन कुछ मिनट के लिए वह यहां आ सकते थे। सच्चाई यह है कि जब विष्णुवर्धन और संजय एक साथ फिल्म बनाने की योजना बना रहे थे, तब अर्जुन ’83’ के लिए पहली पसंद थे।’
निर्माता बदले तो एक्टर को भी बदला
‘2014 में सबसे पहले इस प्रोजेक्ट का ऐलान किया गया। 2017 में संजय को रिप्लेस कर कबीर खान को फाइनल किया गया। निर्माता विष्णु के बाद विक्रमादित्य मोटवाने, मधु मंटेना, विकास बहल, रिलायंस एंटरटेनमेंट साथ आए। साजिद नाडियाडवाला और दीपिका बहुत बाद में जुड़े। जब संजय ने पहला ड्राफ्ट लिखा तो उन्होंने और विष्णु ने अर्जुन कपूर को अप्रोच किया था, उन्हें स्क्रिप्ट पसंद आई थी और वह चाहते थे कि आदित्य चोपड़ा को-प्रोड्यूस करें। आदित्य स्क्रिप्ट के अधिकार खरीदना चाहते थे लेकिन संजय इस फिल्म को खुद निर्देशित करना चाहते थे। उन्होंने अर्जुन के कुछ लुक टेस्ट भी किए थे।’
निर्देशक को भी किया गया रिप्लेस
संजय को एक दोस्त के जरिए पता चला कि उन्हें रिप्लेस कर दिया गया है और रणवीर को फिल्म में लेने पर चर्चा चल रही है। अर्जुन ने तब क्रिकेट की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी थी। सूत्र ने बताया कि ‘विक्रमादित्य, मधु और विकास ने कबीर खान को फाइनल कर दिया और रणवीर सिंह को कास्ट कर लिया था। जब अर्जुन को पता चला कि रणवीर को अप्रोच किया गया है तो उन्होंने रणवीर सिंह से रिक्वेस्ट की थी कि वो फिल्म ना करें हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आखिरी कॉल उनकी ही होगी। रणवीर सिंह अब मुश्किल में थे कि ऐसा रोल जिंदगी में बार-बार नहीं मिलता दूसरी वजह यह कि अगर वह यह रोल स्वीकार करते हैं तो उनका दोस्त नाराज हो जाएगा। करीब 6 महीने बाद अर्जुन कपूर के साथ चर्चा हुई और रणवीर ने यह भूमिका करने का फैसला लिया। दूसरी ओर अर्जुन और रणवीर ने आपसी सहमति दिखाई कि वे अपनी दोस्ती बरकरार रखेंगे
इस बार में जब विष्णु वर्धन इंदुरी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘पहले जो हो चुका है इस पर बात करने में वह सहज नहीं हैं। मुझे लगता है कि इस तरह की बातें अब नहीं होनी चाहिए। रणवीर ने कमाल का काम किया है।’