कहानी उस सीरियल किलर ‘डॉक्टर डेथ’ की जो महिलाओं को जिंदा दफना देता था

दुनिया भर में डॉक्टर को प्राण-रक्षक माना जाता है। लेकिन महाराष्ट्र के सतारा में एक ऐसा डॉक्टर सामने आया, जिसे “डॉक्टर डेथ” का नाम दिया गया। इस डॉक्टर की कहानी इतनी खौफनाक थी कि पुलिस भी चौंक गई। डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि उसने पांच औरतों को जिंदा दफना दिया और उनकी कब्रों के ऊपर नारियल का पेड़ भी लगाया था।



डॉक्टर डेथ के इस सनकी रवैये का खुलासा 2016 में हुआ, जब उसे पुलिस ने एक कत्ल के मामले में गिरफ्तार किया। पुणे से करीब 120 किलोमीटर दूर सतारा में रहने वाले इस कातिल डॉक्टर की पहचान संतोष पोल के रूप में की गई। कातिल डॉक्टर ने पुलिस को अपने कुबूलनामे में बताया कि वह साल 2003 से ऐसी वारदातों को अंजाम देता आया है।

संतोष पोल पेशे से एलेक्ट्रोपैथ था और उसके पास बैचलर ऑफ इलेक्ट्रोहोमियोपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीईएमएस) की डिग्री थी। इसके अलावा उसने वाई के घोटावाडेकर अस्पताल में 8 साल काम भी किया था, लेकिन वहां काम करने वाले वरिष्ठ डॉक्टरों का मानना था कि वह मेडिकली सर्टिफाइड नहीं था। संतोष खुद को डॉक्टर बताने के साथ-साथ समाजसेवी और RTI एक्टिविस्ट भी बताता था।

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संतोष पोल का अपराध तब सामने आया जब मई, 2016 में वेलम गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंगला जेधे लापता हो गई। मंगला जेधे के परिजनों ने इसका आरोप संतोष पोल पर लगाया था। शिकायत में नामजद होने के बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन सबूत न होने की वजह से उसे छोड़ दिया गया। मामले में चल रही जांच में सामने आया कि मंगला की आखिरी फोन लोकेशन संतोष पोल के फार्महाउस के पास दिखी और मंगला का फोन ज्योति नाम की महिला नर्स के पास से बरामद किया गया।

इसके बाद पूछताछ में ज्योति ने बताया कि संतोष पोल ने ही मंगला जेधे की हत्या की और उसके शव को दफना दिया। उधर संतोष को जैसे हे यह सब पता चला तो वह मुंबई भाग गया। ज्योति के द्वारा बताई गई जगह पर खुदाई की गई तो एक कंकाल बरामद हुआ और लैब रिपोर्ट्स में साबित हो गया कि वह कंकाल मंगला का ही था।

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11 अगस्त को गिरफ्तारी के बाद संतोष ने बताया कि उसने 13 सालों में पांच महिला और एक पुरुष की हत्या की है। इसके बाद चारों महिलाओं के कंकाल बरामद कर लिए गए। एक पुरुष का कंकाल बरामद नहीं हुआ, क्योंकि संतोष ने उसकी लाश नदी में फेंक दी थी। उसने बताया कि वह महिलाओं को नशे का इंजेक्शन देता था फिर नशे की हालत में रहने के दौरान ही उन्हें फार्महाउस में दफना देता था। साथ ही लाशों के सड़ने की गंध छुपाने के लिए उसने कुछ मुर्गियां भी पाल रखी थी।

पुलिस ने इस ‘डॉक्टर डेथ’ के घर से नशीली दवाएं, इंजेक्शन, ईसीजी मशीन और आरटीआई से जुड़े कुछ दस्तावेज बरामद किये थे। संतोष पोल ने बताया था कि वह हर हत्या के बाद एक जेसीबी बुलाता था और नारियल के पेड़ों को लगाने के लिए गड्ढे खुदवाता था। लेकिन इन गड्ढों में लाशें दफनाकर उनके ऊपर नारियल के पेड़ लगा दिया करता था।

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