टीवी के पॉप्युलर कॉमेडी शो ‘भाभीजी घर पर हैं’ में सोमा राठौड़ ‘अम्मा जी’ का किरदार निभाती हैं। सोमा 37 साल की हैं और इस टीवी शो में उन्हें खूब पसंद भी किया जा रहा है। लेकिन एक ऐक्ट्रेस के तौर पर सोमा का सफर मुश्किलों भरा रहा है। एक हालिया इंटरव्यू में सोमा ने अपने स्ट्रगल के दिनों पर बात की है। सोमा बताती हैं कि स्ट्रगल के दिनों में वह 3 रुपये का नींबू पानी पीकर सुबह-शाम गुजारा करती थीं।
ऐक्ट्रेस ने यह भी बताया कि शुरुआती दिनों में उनकी खूब बॉडी शेमिंग हुई है। उनके बढ़े वजन और मोटी काया को लेकर उन्हें खूब ताने मिले हैं। ‘भाभीजी घर पर हैं’ में सोमा मनमोहन तिवारी यानी रोहिताश गौड़ की अम्मा बनीं है। वह इसके अलावा ‘जीजा जी छत पर हैं’, ‘लापता गंज’ और ‘नीली छतरी वाले’ जैसे पॉप्युलर शोज में भी काम कर चुकी हैं।
‘100 रुपये लेकर घर से निकलती थी’
सोमा कहती हैं, ‘तब मेरे पास पैसे नहीं होते थे। मैं 100 रुपये लेकर घर से निकलती थी। उसी में सब करना पड़ता था। काम की तलाश में अंधेरी इलाके में भटकती रहती थी। बोरीवली से अंधेरी ट्रेन से जाती थी। वहां 3 रुपये में नींबू पानी पीती थी। फिर दिनभर ऑडिशन देती थी, मीटिंग के लिए भटकती रहती थी। शाम 8 बजे के करीब जब वापस अंधेरी स्टेशन आती थी तो फिर से 3 रुपये में नींबू पानी पीकर घर आ जाती थी।’
लोग मोटापे का बनाते थे मजाक
बातचीत के दौरान स्ट्रगल के दिनों में बॉडी शेमिंग झेलने को लेकर भी सोमा का दर्द छलका। वह बताती हैं, ‘लोग बोलते थे कि आप मोटे हैं, हमें पतले लोग चाहिए। कई बार कहते थे कि हमें बहुत ज्यादा मोटे चाहिए। आप तो कम मोटे हैं। हालत यह थी कि मैं न तो मोटे लोगों की गिनती में आती थी और न ही पतले लोगों के।’
सोमा देश और दुनिया की हेल्दी महिलाओं से कहना चाहती हैं कि अक्सर इस तरह की बातें कर आपको जतलाया जाता है। लेकिन ऐसी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। यह कोई कमजोरी नहीं, बल्कि आपकी ताकत है।
फिल्मों में करना चाहती हैं मां का रोल
वैसे, यह पहला मौका नहीं है जब सोमा राठौड़ ने बॉडी शेमिंग और मोटापे को लेकर कुछ कहा है। वह इससे पहले हमारे सहयोगी ईटाइम्स से बातची में अपना यह दर्द साझा कर चुकी हैं। सोमा की हसरत है कि वह फिल्मों में नजर आए।
वह कहती हैं, ‘मैं इंडस्ट्री की मदर बनना चाहती हूं। इंडस्ट्री में जो भी फिल्म बने, उसमें जब भी मां के रोल के लिए कास्टिंग हो तो सबकी जुबान पर मेरा ही नाम हो।’ सोमा कहती हैं कि वह पर्दे पर मां के किरदार के साथ अलग-अलग तरह के एक्सपेरिमेंट करना चाहती हैं
गुजरात के माधवपुर गांव से हैं सोमा राठौड़
सोमा राठौड़ गुजरात से ताल्लुक रखती हैं। वह कहती हैं, ‘बहुत से लोगों को लगता है कि मैं उत्तर प्रदेश से हूं। कुछ लोग मुझे बंगाल से समझते हैं। जबकि मैं गुजरात में कच्छ-भुज स्थित माधवपुर गांव से हूं।’
3 रुपये में नींबू-पानी पीकर गुजारा करती थीं ‘अम्मा जी’ सोमा राठौड़, मोटापे का लोग बनाते थे मजाक