रोहित शर्मा की अगुआई में टीम इंडिया ने 14 मार्च 2022 को लगातार 7वीं द्विपक्षीय सीरीज अपने नाम की। उसने पिंक बॉल टेस्ट में श्रीलंका को 238 रन से हराया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने इतिहास रचा। टीम इंडिया ने अपने 90 साल के क्रिकेट इतिहास में पहली बार दो टीमों के खिलाफ लगातार दो या उससे अधिक फॉर्मेट की सीरीज में क्लीन स्वीप किया।
टीम इंडिया ने श्रीलंका से पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज 3-0 और 3-0 से अपने नाम की थी। टीम इंडिया की घरेलू मैदान पर यह लगातार 15वीं सीरीज जीत है। इससे पहले उसे घर में आखिरी बार दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज गंवानी पड़ी थी। तब टीम इंडिया की कमान एमएस धोनी के हाथों में थी।
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन ने कुल 6 विकेट लिए। उन्होंने पहली पारी में 8.5 ओवर में 30 रन देकर 2 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में उन्होंने 19.3 ओवर में 55 रन देकर 4 विकेट झटके।
दूसरी पारी में अश्विन ने ही श्रीलंका का आखिरी विकेट (विश्वा फर्नांडो) झटका। फर्नांडो का विकेट लेने के साथ उन्होंने ही शेन वॉर्न के रिकॉर्ड की बराबरी की। दरअसल, टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने 22वीं बार अंतिम विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई है। शेन वॉर्न ने भी 22 बार ऐसा किया था।
रोहित शर्मा ने भी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, एमएस धोनी और अजिंक्य रहाणे की बराबरी की। रोहित ने बतौर कप्तान अपने शुरुआती दोनों टेस्ट मैच में जीत हासिल की है। ऐसा ही कारनामा सचिन तेंदुलकर (1996), सौरव गांगुली (2000), एमएस धोनी (2008) और अजिंक्य रहाणे (2017-18) कर चुके हैं।
रोहित शर्मा बतौर कप्तान हर फॉर्मेट में अपनी पहली सीरीज भी जीतने में सफल रहे हैं। रोहित के साथ ऋषभ पंत ने भी इतिहास रचा। वह प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए। वह टेस्ट फॉर्मेट में मैन ऑफ द सीरीज चुने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। श्रेयस अय्यर डे-नाइट टेस्ट (पिंक बॉल मैच) में प्लेयर ऑफ द मैच बनने वाले तीसरे भारतीय हैं। उनसे पहले अक्षर पटेल और इशांत शर्मा यह उपलब्धि अपने नाम कर चुके हैं।
अश्विन ने जीत के बाद कहा, ‘मैं यह नहीं सोचता कि मुझे क्या पाना है, मैं बस अपने स्पेल में अच्छा काम करने में विश्वास करता हूं। पिंक गेंद के साथ गेंदबाजी करना एक चुनौती थी। आज हर स्पेल में पहले दो-तीन ओवर में गेंद हाथ से अच्छे तरीके से निकल रही थी। पिच को समझना और सही गति को पढ़ने में 12 से 15 गेंदों का समय लगता है। यह अक्षर के लिए आसान हो जाता है। अहमदाबाद की पिच की तुलना में यह पिच ज्यादा घूम रही थी।’