जांजगीर-चाम्पा. विधायक एवं छग विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नारायण चंदेल ने मड़वा पावर प्लांट में भू-स्थापित कर्मचारियों को नियमितिकरण किये जाने का मामला विधानसभा में उठाया।
महामहिम राज्यपाल के दिये गये अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा में भाग लेते हुए विधायक श्री चंदेल ने कहा कि पिछले 2 जनवरी को जांजगीर-चाम्पा जिले के मड़वा पावर प्लांट के ठीक सामने आंदोलनरत भू-स्थापित कर्मचारी, जो आस-पास के गांव के रहने वाले है, उन्होंने नियमितिकरण किये जाने की मांग को लेकर पिछले 1 माह से आंदोलनरत थे। अनेकों बार उन्होंने शासन व प्रशासन से वर्ता के लिये समय मांगा, लेकिन शासन व प्रशासन ने समय रहते कर्मचारियों को वार्ता के लिये आमंत्रित नहीं किया जो दूर्भाग्यपूर्ण था, जिसके कारण आंदोलन ने अलग रूप धारण किया।
2 जनवरी को मड़वा पावर प्लांट के सामने भारी संख्या में उपस्थित पुलिस जवानों ने आंदोलनरत कर्मचारियों पर पानी की बौछारें छोड़ी तथा लाठी चार्ज किया, जिसमें कर्मचारी व महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुई। उन्होंने सदन में इस मामले को जोर-शोर से उठाते हुए कहा कि आज भी 19 कर्मचारी विगत ढ़ाई माह से जेल में है, जिनके उपर उपराधिक धराएं लगाई गई है, इसके साथ ही पुलिस ने आस-पास के 400 ग्रामीणजनों के खिलाफ गैर जमानती धराएं लगाई हैं तथा उनके परिवारजनों को अनावष्यक रूप से परेशान किया जा रहा है।
विधायक श्री चंदेल ने महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए इस ज्वलंत विशय को सदन में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उठाकर के जिन भू-स्थापित कर्मचारियों पर अपराधिक धाराएंे लगाई गई है, उसे वापिस लेने तथा इस पूरे घटना क्रम में किसी भी निर्दोष पर कोई कार्यवाही नहीं किये जाने की मांग की। सदन में उपस्थित मुख्यमंत्री से मांग की कि आंदोलनरत जो कर्मचारी थे, वे भू-स्थापित है, उन्हीं की जमीन पर मड़वा पावर प्लांट लगा हुआ है। इस पर अतिशीघ्र चर्चा करके इसका सम्मानजनक हल निकालने की बात कही तथा स्थानीय लोगों को रोजगार देने की बात कही।