नई दिल्ली: पहले कोरोना (Corona). फिर कोरोना वेरिएंट (Corona Variant). इसके बाद कोरोना वेरिएंट के भी वेरिएंट. बीते दो-ढाई साल इस वैश्विक महामारी के मामले में दुनियाभर में यही चल रहा है.
अभी ताजा मामला कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के नए वेरिएंट के सामने आने का है. इसे बीए.3 (BA.3) कहा गया है. यह ओमिक्रॉन का चौथा वेरिएंट है. ओमिक्रॉन को खुद बीए.1 नाम दिया गया है. जबकि इसकी लाइन के अगले दो वेरिएंट बीए.1.1 और बीए.2 रहे हैं.
दो महीने पहले भारत में कोरोना की तीसरी लहर (Third Corona Wave) ओमिक्रॉन (Omicron) की वजह से ही आई थी. यह कोरोना के अब तक सामने आए सभी स्वरूपों में सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट रहा था.
बोत्सवाना में सामने आया बीए.3
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक ओमिक्रॉन बीए.3 (Omicron BA.3) दक्षिण अफ्रीकी देश बोत्सवाना में सामने आया है. जर्नल ऑफ मेडिकल वायरोलॉजी में प्रकाशित डब्ल्यूएचओ (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक बीए.3 की अपनी कोई विशिष्टता अभी सामने नहीं आई है. यह मोटे तौर पर बीए.1 और बीए.2 का मिला-जुला रूप ही है. यहां बताते चलें कि ओमिक्रॉन बीए.1 (Omicron BA.1) भी दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले सामने आया था.
कितना खतरनाक है बीए.3
डब्ल्यूएचओ (WHO) के तकनीकी विशेषज्ञों की टीम की सदस्य मारिया वेन केरखोब इस बारे में कहती हैं, ‘अब तक ओमिक्रॉन के बीए.1 और बीए.2 वेरिएंट ही सबसे संक्रामक रहे हैं. चूंकि बीए.3 इनका मिला-जुला रूप है, इसलिए इसकी वजह से होने वाले संक्रमण का स्तर पर सामान्य रहने की उम्मीद है. अब तक इसके 0.013% मामले ही सामने आए हैं. हालांकि भविष्य में अगर कुछ और बदलाव होते हैं, तो यह संक्रमण का स्तर बढ़ा सकता है. इसलिए हम इस पर नजर रख रहे हैं.’