दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन और दिल में कुछ करने की चाहत हो तो कुछ भी संभव है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है हरदोई में तैनात सिविल जज निकिता सेंगर ने..।
उनके पति चूंकि आंध्र प्रदेश कैडर के आईपीएस हैं और उन्हें साथ रहना था लिहाजा उन्होंने यूपी न्यायिक सेवा को छोड़ने का मन बनाया। तेलगू भाषा सीखी और आंध्र प्रदेश न्यायिक सेवा में चौथा स्थान पाकर पति के साथ नौकरी की राह बना डाली।
उ.प्र. न्यायिक सेवा 2018 बैच की सिविल जज निकिता सेंगर हरदोई में तैनात हैं। निकिता के पति तुहिन सिन्हा आंध्र प्रदेश में आईपीएस अधिकारी हैं। दोनों ने आईएलएस लॉ कालेज पूना से पढ़ाई की थी। वर्ष 2021 में दोनों की शादी हुई थी। पति तुहिन का कैडर बदलने की संभावना शून्य होने के कारण सिविल जज निकिता ने पूरे मनोयोग से पहले तेलगू भाषा सीखी।
इसके बाद आंध्र प्रदेश न्यायिक सेवा के लिए आवेदन किया। परिणाम आते ही उनकी पति के साथ रहने की इच्छा अब पूरी होने जा रही है। वह पहले ही प्रयास में आंध्र प्रदेश की न्यायिक अधिकारी बन गईं।
वह अब उ.प्र. न्यायिक सेवा से त्यागपत्र देकर आंध्र प्रदेश में जज के रूप में सेवाएं देंगी।
निकिता और तुहिन दोनों के परिजन लखनऊ से हैं। निकिता के पिता आरएस सेंगर सहकारिता विभाग में डिप्टी कमिश्नर हैं। वहीं तुहिन के पिता वीएन सिन्हा सेल्स टैक्स के अपर आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हैं।