जन्म से हिंदू व 1745 में ईसाई धर्म अपनाने वाले तमिलनाडु के देवसहायम पिल्लई को पोप फ्रांसिस ने वेटिकन में रविवार को संत घोषित किया जो यह दर्जा पाने वाले पहले आम भारतीय हैं। बकौल वेटिकन, लाज़रस नाम अपनाने वाले पिल्लई को ईसाई धर्म स्वीकारने के बाद ‘बढ़ती कठिनाइयों को सहन करने के लिए’ संत का दर्जा दिया गया है।