JanjgirChampa : जिले में अवैध प्लाटिंग पर जारी रहेगी कार्रवाई : कलेक्टर, शासकीय कार्यालयों-स्कूलों में उपस्थिति का अकास्मिक जांच करने कलेक्टर ने दिए निर्देश, देर से पहुंचने पर भी होगा सस्पेंशन, कलेक्टर ने और क्या निर्देश दिए… विस्तार से पढ़िए…

जांजगीर-चांपा. कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कलेक्टोरेट परिसर के सभाकक्ष में सप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिले के अनुसचित जाति, अनुसूचित जनजाति छात्रावासों के अधोसंरचना में सुधार करते हुए हॉस्टलों का कायाकल्प परिवर्तित करने कहा है। उन्होंने उपस्थित राजस्व अधिकारियों को जिले में अवैध प्लाटिंग करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों और जिला शिक्षा अधिकारी को शासकीय कार्यालयों और स्कूलों में समस्त अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षकों की निर्धारित समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने कहा तथा अतिरिक्त कलेक्टर को उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए अकास्मिक जांच करते हुए अनुपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों पर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से बेहतर कार्य करने कहा है।



कलेक्टर ने जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के बेहतर संचालन के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और जिला स्तरीय अधिकारियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों का अकास्मिक जांच करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले के गौठानों का विकास एक ऐसे प्रदर्शन केन्द्र के रूप में करें, जिससे किसान और ग्रामीण प्रेरित होकर बेहतर कार्य सीख सके और लाभान्वित हो सकें। उन्होंने जिले के सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति हॉस्टलों के अधोसंरचना में सुधार के लिए अभियान चलाकर कार्य करने कहा।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को छात्रावासों का अधोसंरचना विकास इस भावना से करने कहा जैसे हम अपने खुद के बच्चों के लिए रहने की व्यवस्था चाहते है। उन्होंने छात्रावासों के किचन, बच्चों के रहने की जगह, शौचालय के उचित व्यस्था और नियमित साफ-सफाई के लिए अभियान चलाकर कार्य करने कहा तथा संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्ययोजना बनाकर उपलब्ध कराने कहा। उन्होंने जिले में अब तक बनाये गये जाति प्रमाण पत्रों की जानकारी ली तथा स्कूली बच्चों के लिए अभियान चलाकर तेजी से जाति प्रमाण पत्र बनाये जाने कहा। उन्होंने कहा कि यदि किसी विद्यार्थी के परिवार के किसी सदस्य का जाति प्रमाण पत्र बनाया जा चुका है तो उस आधार पर नियमानुसार संबंधित विद्यार्थी का भी जाति प्रमाण पत्र बनाए, जिससे विद्यार्थियों को अनावश्यक परेशानी ना हो।

कलेक्टर ने बैठक में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित समस्त राजस्व अमले को राजस्व प्रकरणों के निराकरण और गिरदावरी के कार्याें में तेजी लाने कहा तथा पटवारियों का अपने मुख्यालयों में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए।

इसके साथ ही कलेक्टर ने बैठक में जिले के आत्मानंद स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की संख्या, खाली पदों की संख्या, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, राजीव युवा मितान क्लब, जल जीवन मिशन, खाद-बीज उपलब्धता, लोक सेवा गारंटी, हिमोग्लोबिन टेस्टिंग की अद्यतन स्थिति, जन शिकायत के प्रकरण आदि की जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों को स्थानांतरण नीती के तहत प्रस्ताव बनाकर जल्द से जल्द जानकारी उपलब्ध कराने कहा गया है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी, वनमंडलाधिकारी श्री सौरभ सिंह, अपर कलेक्टर श्री एस.पी.वैद्य सहित सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

सी-मार्ट के उत्पादों का सभी शासकीय विभागों में करें खरीदी

समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री सिन्हा ने शिक्षा विभाग, आदिम जाति विकास विभाग, चिकित्सा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग सहित अन्य सभी विभागों को सी-मार्ट के उत्पादों का खरीदी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को सी-मार्ट में विक्रय किया जाता है। जिन शासकीय विभागों द्वारा आवश्यकतानुसार बाजार से सामग्री क्रय की जाती है यदि वह सामग्री सी-मार्ट में उपलब्ध है तो ऐसी सामग्रीयों की खरीदी बाजार से न करके सी-मार्ट से की जाए।

कोविड वैक्सीनेशन के कार्याें में लाएं तेजी

कलेक्टर ने जिले में अब तक कराये गये कोविड वैक्सीनेशन के कार्याे की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली तथा स्वास्थ्य विभाग, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद, तहसीलदार तथा संबंधित अधिकारियों को योजनाबद्ध ढंग से टीकाकरण के कार्याें में तेजी लाने के निर्देश दिए है।

गोधन न्याय योजना के कार्याें की हुई समीक्षा

कलेक्टर श्री सिन्हा ने समय-सीमा की बैठक के पश्चात गोधन न्याय योजना के कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने अब तक हुए गोबर खरीदी, गोबर विक्रेताओं की संख्या, खाद बिक्री, खाद की पैकिंग, गौ-मूत्र खरीदी आदि महत्वपूर्ण बिंदूओं पर विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने गौठानों में मछली पालन, बतख पालन, मशरूम, बाड़ी जैसी गतिविधियां संचालित करते हुए प्रत्येक गौठान में आजिविका मूलक गतिविधियों का जल्द से जल्द शुरूआत करने कहा है। उन्होंने जिले में गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए गौठानवार मानिटरिंग करने के निर्देश दिए है।

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