आपके बालों में रहकर खून चूसने वाले जूं आते कहां से हैं? ये बात जानकर चौंक जाएंगे आप..

Where do Lice come from? जूं, एक ऐसा कीड़ा है जिसका सामना हमारे किसी न किसी जानने वाले व्यक्ति ने जरूर किया है. यूएस सेंटर्स फॉर डिसीज और प्रीवेंशन के मुताबिक दुनियाभर में हर साल 60 लाख से 1.20 करोड़ लोगों को जूं से जद्दोजहद करना पड़ता है. जूं, ज्यादातर बच्चों को अपना निशाना बनाते हैं. जूं, ऐसे छोटे कीड़े हैं जो अमूमन हमें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. ये हमारे बालों में खोपड़ी के बेहद करीब रहते हैं. जूं हमारा खून चूसकर जीवित रहते हैं, जो उन्हें हमारी खोपड़ी से मिलता है. बालों में रहकर जीवित रहने के अलावा जूं न तो उड़ सकते हैं और न ही पानी में रह सकते हैं.



 

 

 

उत्तरी अमेरिका में उत्पन्न होने के बाद दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच गए जूं
सिर में रहने वाले जूं को उनके जेनेटिक मेकअप के आधार पर क्लेड्स में वर्गीकृत किया जाता है. जूं के क्लेड्स को पहचान के लिए ए, बी और सी में बांटा गया है. Journal of Parasitology के मुताबिक क्लेड बी के जूं उत्तरी अमेरिका में उत्पन्न हुए थे, जिसके बाद वे ऑस्ट्रेलिया और यूरोप सहित दुनिया के अन्य हिस्सों तक पहुंच गए. Healthline की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि जूं की प्रजाति करीब 1 लाख साल पुरानी है.

इसे भी पढ़े -  Sakti News : नगर पंचायत नया बाराद्वार में भाजपा के जितेश शर्मा बने उपाध्यक्ष, जीत के बाद निकाली रैली, मंदिर में परिवार सहित टेका मत्था

 

 

 

कहां से और कैसे आपके बालों में आते हैं जूं

सिर में रहने वाले जूं एक व्यक्ति के बालों से दूसरे व्यक्ति के बालों में प्रवेश करते हैं. दरअसल, जिस व्यक्ति के सिर में पहले से जूं होते हैं और वह व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के क्लोज हेड-टू-हेड कॉन्टैक्ट में आता है तो उसके सिर के जूं, दूसरे व्यक्ति के सिर में पहुंच जाते हैं. इसके अलावा कंघों, हेयर ब्रश, तौलिया, टोपी आदि के इस्तेमाल से भी किसी व्यक्ति के बालों में रहने वाले जूं आपके बालों में आ सकते हैं.

इसे भी पढ़े -  Sakti News : चरौदा में सहायक संचालक मछली पालन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष कवि वर्मा हुए शामिल, मछुवारा समितियों को किया सामग्री का वितरण

 

 

क्या खराब पर्सनल हाईजीन की वजह से बालों में पनपते हैं जूं
जूं को लेकर एक बहुत ही कॉमन गलतफहमी है कि ये खराब पर्सनल हाईजीन की वजह से पनपते हैं. इतना ही नहीं, कई लोगों का तो मानना होता है कि जूं सिर्फ आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के सिर में ही पनपते हैं. जबकि सच्चाई ये है कि जूं किसी भी व्यक्ति के सिर में आ सकते हैं. जूं न तो पुरुष और महिला में अंतर करते हैं और न वे किसी व्यक्ति की उम्र और उनकी वित्तीय स्थिति देखते हैं.

इसे भी पढ़े -  Sakti News : चरौदा में सहायक संचालक मछली पालन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष कवि वर्मा हुए शामिल, मछुवारा समितियों को किया सामग्री का वितरण

error: Content is protected !!