स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (एम्स) संस्थानों में मेडिकल कोर्स की फीस को बढ़ाया जा सकता है. अभी फिलहाल एम्स में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 6500 रूपये की फीस लगती है. लेकिन अगर फीस बढ़ती है तो इसका सीधा असर एम्स से एमबीबीएस, नर्सिंग व अन्य कोर्सेज में पढ़ रहे बच्चों पर पड़ेगा. यह फैसला एम्स की राजस्व सृजन क्षमता को बढ़ाने के लिए और इसका मॉडल आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों जैसे बनाने के लिए किया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक समिति इस फैसले को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है. हालांकि यह समिति इन सिफारिशों की व्यवहार्यता का अध्ययन करेगी और गौर करेगी कि फीस में कितनी वृद्धि की जा सकती है.
आईआईएम में है लाखों की फीस
बता दें कि भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) में एमबीए या पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के कोर्स की फीस 24-25 लाख रुपये है जबकि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) से बीटेक करने के लिए 10-12 लाख रुपये खर्च करने होते हैं.
देश में हैं 23 एम्स
वर्ष 2022-23 के लिए घोषित वार्षिक बजट में, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली के लिए 4,190 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे. देश में फिलहाल 23 एम्स हैं जिनमें पूर्ण रूप से संचालित, आंशिक रूप से संचालित और निर्माणाधीन संस्थान शामिल हैं.