नई दिल्ली. बांग्लादेश ने भारत को दूसरे वनडे में भी हरा दिया और 3 मैच की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. बांग्लादेश की यह भारत पर अपने घर में लगातार दूसरी सीरीज जीत है. इससे पहले, बांग्लादेश ने 2015 में भी भारत को अपने घर में 3 वनडे की सीरीज में हराया था.
आखिर टीम इंडिया ने दूसरे मैच में कहां गलती की? क्यों भारत को हार मिली. आइए जानते हैं.
भारत ने दूसरे वनडे में भी पहले मैच वाली गलती दोहराई. एक समय बांग्लादेश ने 69 रन के स्कोर पर 6 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन, इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने खराब गेंदबाजी की और इसका फायदा उठाते हुए बांग्लादेश ने 271 रन ठोक डाले. मीरपुर के धीमे विकेट पर यह स्कोर भारत पर भारी पड़ा.
अच्छी शुरुआत के बाद दिशा भटके गेंदबाज
भारत ने दूसरे वनडे में टॉस हारने के बाद पहले गेंदबाजी की. कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजों से जैसी उम्मीद की थी, उन्होंने वैसे ही शुरुआत दिलाई. पहले 10 ओवर में बांग्लादेश की टीम 44 रन ही बना पाई और उसके दो विकेट गिर गए थे. इसके बाद भी भारतीय गेंदबाजों ने असरदार गेंदबाजी जारी रखी और अगले 25 रन में बांग्लादेश के 4 और बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी. 69 रन पर 6 विकेट गंवाने के बाद ऐसा लग रहा था कि बांग्लादेश की पारी जल्दी सिमट जाएगी. लेकिन, यहीं भारतीय गेंदबाजों ने पिछले मैच वाली गलती दोहराई और लाइन लेंथ से भटक गए. इसका फायदा उठाते हुए बांग्लादेश ने आखिरी 31 ओवर में 186 रन ठोक डाले.
डेथ ओवर में खराब गेंदबाजी
एक बार फिर डेथ ओवर में खराब गेंदबाजी भारत की हार की वजह बनी. बांग्लादेश ने आखिरी 10 ओवर में महज 1 विकेट खोकर 101 रन जोड़े. आखिरी 5 ओवर में तो बांग्लादेशी ने और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और 68 रन ठोक डाले. यह भारत पर भारी पड़ा.
अय्यर को छोड़ टॉप ऑर्डर का कोई बल्लेबाज नहीं चला
भारत की हार की एक वजह टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन भी ऱहा. श्रेयस अय्यर (82) को छोड़ दें तो शिखर धवन (8), विराट कोहली (5), केएल राहुल(14) रन ही बना सके. भारत के लिए सबसे बड़ी साझेदारी अय्यर और अक्षर पटेल के बीच हुई. इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 101 गेंद में 107 रन जोड़े. इसके अलावा बड़ी साझेदारी नहीं हुई और यह भारत पर भारी पड़ा.
रोहित चोटिल होने के बाद भी खेलने उतरे और 28 गेंद में नाबाद 51 रन की अहम पारी खेली. अगर वो चोटिल नहीं होते शायद मैच का नतीजा कुछ और होता.